अहमदाबाद: अरब सागर में बने चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' को लेकर गुजरात के सभी तटीय जिलों में प्रशासन अलर्ट पर है. मंगलवार और बुधवार से राज्य के सभी बंदरगाहों को अलर्ट पर रखा गया है. जिला और तालुका अधिकारियों को मुख्यालय नहीं छोड़ने का आदेश दिया गया है. भावनगर, अमरेली, जामनगर, मांगरोल, पोरबंदर, ऊना, वलसाड़, नवसारी और द्वारका के समुद्र में तेज धाराएं देखी जा रही हैं. वलसाड के तीथल बीच को बंद कर दिया गया है और तीन किलोमीटर तक कड़ी पुलिस-सुरक्षा व्यवस्था की गई है. जानकारी के मुताबिक, चक्रवात बिपरजॉय पोरबंदर से 830 किमी दूर है, इसलिए दो दिन 11 और 12 जून को फेरी सेवा बंद करने का निर्णय लिया गया है.
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#WATCH गुजरात: चक्रवात बिपरजोय से पहले वलसाड के अरब सागर तट पर स्थित तिथल बीच पर ऊंची लहरें उठ रही हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
चक्रवात बिपरजोय की चेतावनी के बाद वलसाड प्रशासन द्वारा सावधानी लेते हुए तिथल बीच को पर्यटकों के लिए बंद कराया गया। pic.twitter.com/IYLryLIlOe
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चक्रवात बिपरजोय की चेतावनी के बाद वलसाड प्रशासन द्वारा सावधानी लेते हुए तिथल बीच को पर्यटकों के लिए बंद कराया गया। pic.twitter.com/IYLryLIlOe#WATCH गुजरात: चक्रवात बिपरजोय से पहले वलसाड के अरब सागर तट पर स्थित तिथल बीच पर ऊंची लहरें उठ रही हैं।
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चक्रवात बिपरजोय की चेतावनी के बाद वलसाड प्रशासन द्वारा सावधानी लेते हुए तिथल बीच को पर्यटकों के लिए बंद कराया गया। pic.twitter.com/IYLryLIlOe
तूफान पोरबंदर से 830 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में
जानकारी के मुताबिक, चक्रवात बिपरजॉय उत्तर-पश्चिम दिशा में पोरबंदर से 830 किलोमीटर दूर है. प्रदेश में दो दिन बाद हवा की रफ्तार बढ़ सकती है. तापमान 40 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है, इसके साथ ही राज्य में पांच दिनों तक उमस भरा मौसम भी महसूस किया जा सकता है. बिपरजॉय चक्रवात को लेकर प्रशासन और पोर्ट प्रॉसिक्यूशन अलर्ट मोड पर है. कंडला में चक्रवात आम है. कंडला बंदरगाह में कार्गो और ऑयल जेटी पर सामान्य काम हो रहा है. दीनदयाल बंदरगाह प्राधिकरण के अध्यक्ष एस.के. मेहता ने विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की थी. इसने सभी कार्मिक अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा है.
मांडवी बीच 12 जून तक पूरी तरह से बंद है
अरब सागर में बना चक्रवात बिपरजॉय के मांडवी बंदरगाह से टकराने की आशंका के बीच यह तंत्र हरकत में आया है. मांडवी बीच 9 से 12 तक पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. व्यवस्था ने समुद्र तटों पर खाने-पीने सहित कारोबार करने वाले लोगों को सामान लेकर वहां से जाने की हिदायत दी है. इसके अलावा कराच प्रशासनिक व्यवस्था ने जिले के सभी छोटे और बड़े सात बंदरगाहों पर बाहर के लोगों की आवाजाही बंद कर दी है.
42 तटीय गांवों की सतत निगरानी
चक्रवात बिपरजॉय का असर सूरत समेत पूरे दक्षिण गुजरात में दिखने लगा है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक वातावरण में कुछ बदलाव देखने को मिल रहा है. सिस्टम ने तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है. इस संबंध में सूरत के प्रभारी कलेक्टर ने बताया कि 12वीं तक इसके दक्षिण गुजरात पहुंचने की संभावना है. फिलहाल हम अलर्ट मोड पर हैं और प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया है. साथ ही प्रशासनिक कार्यालयों के मुख्य अधिकारियों को मुख्यालय से बाहर नहीं जाने के निर्देश दिए हैं. 42 तटीय गांवों की लगातार निगरानी कर रहे हैं.
वलसाड का तिथल बीच बंद, 28 गांव अलर्ट पर
वलसाड जिला प्रशासन ने तूफान से निपटने की तैयारी कर ली है. वलसाड के तिथल को प्रशासन ने बीच वॉक के लिए बंद कर दिया है. तिथल बीच पर दुकानों और स्टॉलों के प्रबंधकों को आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं. समुद्र तट पर जाने वालों को समुद्र तट पर जाने से मना कर दिया गया है और तीन किलोमीटर लंबे तीथल समुद्र तट पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. इसके अलावा जिले के 28 गांवों को अलर्ट कर दिया गया है. तेजलबेन पटेल ने कहा, एहतियात के तौर पर, समुद्र तट 14 जून तक आगंतुकों के लिए बंद रहेगा.
अलंग के समुद्र में बहाव तेज
तूफान के बाद आज से चार दिनों तक भावनगर में बारिश की संभावना जताई गई है. भावनगर में अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री सेंटीग्रेड रिकॉर्ड किया गया, जहां हवा में नमी 41 फीसदी दर्ज की गई है और हवाएं 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं, वहीं अलंग सागर में तेज धाराएं देखी जा रही हैं. अमरेली जिले में आज एक नंबर दो सिग्नल को बनाए रखा गया है और संभावित आंधी के लिए सिस्टम लगातार अलर्ट मोड में है. अमरेली कलेक्टर अजय दहिया राजुला आज दोपहर प्रांतीय कार्यालय में तटीय अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.
दमन में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह
दमन तट के साथ सिग्नल नंबर 2 भी बनाए रखा गया है और मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है. स्कूलों में शिक्षकों ने तूफान की स्थिति में आवश्यक सतर्कता के बारे में छात्रों को जानकारी दी गई है. तूफान में तेज बहाव आने की स्थिति में जागरूकता विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा तटवर्ती गांवों में बने आश्रय गृहों तक पहुंचने का निर्देश दिया जा रहा है. जिला कलक्टर ने कहा कि जरूरत पड़ने पर हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जाएगी.
नवाबंदर समुद्र तट पर 700 से अधिक नावें मौजूद
अरब सागर में आए चक्रवात बिपरजॉय के कारण ऊना के नवाबंदर तट पर सिग्नल नंबर 2 को बनाए रखा गया है. वर्तमान में, 700 से अधिक नावें, छोटी और बड़ी, नवाबंदर तट पर बंधी हुई हैं, जबकि लगभग 600 नावें सैयद राजपारा बंदरगाह पर लंगर डाले हुए हैं. बिपरजॉय तूफान के सक्रिय होने पर नवाबंदर समुद्री पुलिस एवं मत्स्य विभाग ने मछुआरों को नोटिस दिया है. आने वाले दिनों में मत्स्य कार्यालय के बाहर तेज तूफान से मछुआरों को सतर्क रखने के लिए नोटिस बोर्ड भी लगाया गया है.
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#WATCH | Gujarat: Earlier visuals of intensifying cyclone at the coastal site in Hajira. pic.twitter.com/7xAmb23dum
— ANI (@ANI) June 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) June 9, 2023
लोगों की सुरक्षा के लिए स्कूल में इंतजाम
नवाबंदर के सरपंच सोमाभाई मजीठिया ने कहा कि नवाबंदर समुद्री पुलिस और मत्स्य विभाग ने चक्रवात बिपरजॉय अरब सागर से गुजरने की सूचना दी है, इसलिए उन्होंने तूफान के बाद लोगों की सुरक्षा के लिए व्यवस्था करने और सतर्क रहने को कहा है. तौकते तूफान में भारी नुकसान हुआ था और इस बार फिर से तूफान आया तो भारी नुकसान की आशंका है. फिलहाल सरपंच ने मछुआरा नेताओं और ग्रामीणों के साथ बैठक बुलाई है और तूफान का असर ज्यादा होने की स्थिति में झुग्गीवासियों की सुरक्षा के लिए स्कूल और गांव छोरा में व्यवस्था की गई है.
समुद्री पुलिस ने जनता को सतर्क रहने की सलाह दी
नवाबंदर गांव के मछुआरा नेता मोहनभाई ने कहा कि फिलहाल मछली पकड़ने का सीजन बंद है, लेकिन अगर कोई तूफान आता है, तो उनकी स्थिति गंभीर होगी, क्योंकि सभी खड़ी नावें नष्ट हो जाएंगी. पहले की तरह दो साल पहले तौकते चक्रवात में भारी नुकसान हुआ था और मछुआरों को आर्थिक रूप से काफी नुकसान झेलना पड़ा था. कहा जाता है कि वे जैसे ही उसमें से उबरते हैं, एक और तूफान आ जाता है, जिससे मछुआरों को बहुत नुकसान होता है. चक्रवात बिपरजॉय के यहां से गुजरने की सूचना पुलिस और मत्स्य विभाग ने दी है. यहां तूफान का सिग्नल भी लगाया गया है.
कच्छ तट पर हवा की गति बढ़ी
इस तरफ कच्छ के समुद्र में करंट देखा जा रहा है. जिले के सभी बंदरगाहों पर चेतावनी संकेत बनाए रखा गया है, जबकि कंडला दिन दयाल बंदरगाह के बाहर खाने-पीने का व्यापार करने वाले लारीगल्ला धारकों को निकासी नोटिस जारी किए गए हैं. भुज मौसम विज्ञान कार्यालय की मुख्य अधिकारी प्रीतिबेन के मुताबिक गुजरात से चक्रवाती तूफान बिपरजोय का खतरा टला है, लेकिन अभी भी तटीय क्षेत्र में हवा की गति बढ़ने की संभावना है.
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