चेन्नई : दो माह से भी कम समय के भीतर चेन्नई में पुलिस हिरासत में दूसरी मौत हुई है. इस बार बीते रविवार अर्थात जून 12 को तमिलनाडु के चेन्नई में पुलिस हिरासत में एक हिस्ट्रीशीटर की कथित तौर पर मौत हो गई है. सूत्रों के मुताबिक कोडुंगैयूर पुलिस ने जांच के सिलसिले में हिस्ट्रीशीटर राजा शेखर को शनिवार को मनाली से हिरासत में लिया था. राजा शेखर के खिलाफ कई मामले लंबित थे. हालांकि पुलिस का दावा है कि राजा शेखर की तबीयत खराब होने से मौत हुई है.
कोडुंगैयूर पुलिस ने दावा किया कि राजा शेखर की तबीयत खराब होने और चक्कर आने की शिकायत के बाद उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया था. अस्पताल ने पुलिस से उसे स्टेनली सरकारी अस्पताल ले जाने के लिए कहा जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. सूत्रों ने कहा कि हिस्ट्रीशीटर से रविवार शाम को कथित तौर पर पूछताछ की जा रही थी जब उसने कहा कि उसे चक्कर आ रहा है. उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी स्टेनली अस्पताल भेज दिया गया है. मामले की जांच के लिए अपराध शाखा, अपराध जांच विभाग (सीबी-सीआईडी) को स्थानांतरित कर दिया गया है.
इस बीच कथित हिरासत में मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, तमिलनाडु के विपक्ष के नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी ने उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों से अनुरोध किया कि वे द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) सरकार के दौरान हुई हिरासत में हुई मौतों पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए आगे आएं. बता दें कि तमिलनाडु में एक और मौत पुलिस लॉकअप में हुई है. डीएमके सरकार में लॉकअप मौत जारी है और लॉकअप मौत को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. हम हाई कोर्ट के न्यायाधीशों से अनुरोध करते हैं कि वे डीएमके सरकार के दौरान हुई लॉकअप मौत पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए आगे आएं, "उन्होंने एक ट्वीट में कहा.
अप्रैल 2022 में वी विग्नेश को कथित तौर पर ड्रग्स रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और अगले दिन "मृत" होने की सूचना दी गई थी. कुछ दिनों बाद विग्नेश के भाई ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मौत पर चुप रहने के लिए परिवार को 1 लाख रुपये की रिश्वत देने का प्रयास किया. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें शव परीक्षण के बाद भी देखने नहीं दिया था.
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एएनआई