पटनाः लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो गई है. गंगा जल लेने के लिए पटना के विभिन्न गांगा घाटों पर छठ व्रतियों की भीड़ उमड़ पड़ी है. श्रद्धालु जलपात्रों में गंगाजल भरकर घरों की ओर जाते नजर आ रहे हैं. वहीं, बिहार की राजधानी पटना के काली घाट पर गंगा जल लेने आए व्रतियों की शिकायत है कि इस साल जिला प्रशासन ने घाटों पर उचित व्यवस्था नहीं की है. हालात ये है कि काली घाट पर मौजूद गंगा के पानी से बदबू आ रही है.
गंगा जल में से नाले के पानी जैसी बदबू'
पटना के काली घाट पर गंगाजल लेने आने वाले व्रती और श्रद्धालु पटना के गंगा घाटों पर उमड़ पड़े हैं. नहाय खाय से इस पर्व की शुरुआत हो गई है. छठ पर्व में बनने वाले सभी पकवान गंगाजल से ही बनते हैं. लेकिन पटना के काली घाट पर गंगाजल लेने आने वाले लोगों की शिकायत है कि इस घाट पर मौजूद गंगा के जल की सफाई नहीं की गई है. गंगा के जल में से नाले के पानी जैसी बदबू आ रही है.
36 घंटों का निर्जला व्रत रखते हैं श्रद्धालु
काली घाट पर जल में बदबू होने के कारण लोग दूसरे घाट का रुख करते नजर आ रहे हैं. गौरतलब है कि 4 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व की शुरुआत नहाय खाय से होती है. आज पटना के तमाम गंगा घाटों पर श्रद्धालु गंगाजल लेकर अपने घर पर प्रसाद बनाएंगे और छठ का व्रत रखेंगे. महापर्व छठ को लेकर बिहार समेत उत्तर भारत में उत्साह का माहौल है. छठ का त्योहार व्रती 36 घंटों का निर्जला व्रत रखकर मनाते हैं.