श्रीनगर : नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने शुक्रवार को कहा लोकतंत्र में सत्ता में बैठे लोगों की आलोचना की करना प्रत्येक नागरिक का अधिकार है और 'आलोचना बर्दाश्त न करने वाले नेताओं' को पुरातन कानून के पीछे छिपना बंद करना चाहिए.
अब्दुल्ला का यह बयान एक भाजपा नेता की शिकायत पर लक्षद्वीप पुलिस द्वारा फिल्मकार आयशा सुल्ताना के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किए जाने के एक दिन बाद आया है.
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि सुल्ताना ने टीवी परिचर्चा के दौरान केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में कोविड-19 के फैलने को लेकर झूठी खबर फैलाई.
अब्दुल्ला ने किया ट्वीट
अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, 'पटेल (लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल) की आलोचना राजद्रोह के समान नहीं है. लोकतंत्र में, सत्ता में बैठे लोगों की आलोचना करना प्रत्येक नागरिक का अधिकार है. आलोचना बर्दाश्त नहीं करने वाले नेताओं को पुरातन कानून के पीछे छिपना बंद करना चाहिए.'
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लक्षद्वीप में प्रशासन द्वारा कुछ सुधारवादी कदम उठाए जाने के बाद से विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से विरोध किया जा रहा है.
(पीटीआई-भाषा)