आगरा : आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर किलोमीटर संख्या 19 पर एक युवक का शव पड़ा था. रविवार की रातभर एक के बाद एक वाहन लाश को रौंदते रहे. इससे शव के कई टुकड़े हो गए. ये टुकड़े करीब 500 मीटर की दूरी तक फैल गए. शव का कुछ हिस्सा तो सड़क से ही चिपक गया. जानकारी मिलने पर सोमवार की सुबह पुलिस मौके पर पहुंची. बेलचे से शव के एक-एक टुकड़े बंटोरे. लाश देखने वाले किसी भी वाहन चालक ने मानवता नहीं दिखाई. इससे लाश की बेकदरी होती रही. शव के आसपास कोई वाहन नहीं मिला. पुलिस हत्या और हादसा दोनों एंगल पर मामले की जांच कर रही है.
एसीपी फतेहाबाद गिरीश कुमार ने बताया कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर फतेहाबाद इलाके में किलोमीटर संख्या 19 पर युवक के शव को वाहन रविवार की रातभर रौंदते रहे. इससे शव के कई टुकड़े हो गए. किसी भी वाहन चालक ने मानवता नहीं दिखाई. सोमवार की सुबह सूचना मिलते ही थाना फतेहाबाद प्रभारी देवेंद्र सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे. वहां शव के टुकड़े करीब 500 मीटर तक फैले थे. बेलचे (फावड़े जैसा उपकरण) से एक-एक कर सभी टुकड़े बंटोरे. शव के कुछ हिस्से तो बुरी तरह सड़क से ही चिपक गए थे. शव की केवल एक अंगुली की सुरक्षित मिली है. पुलिस इसके सहारे शव की पहचान करने में जुटी है.
हत्या या हादसा, दोनों एंगल पर जांच : पुलिस के अनुसार जिस जगह से लाश के टुकड़े बंटोरे गए, वहां पर कोई वाहन नहीं मिला है, हादसा होने पर मौके से कोई क्षतिग्रस्त वाहन जरूर मिलता है. ऐसे में आशंका है कि हत्या के बाद युवक को एक्सप्रेस-वे पर फेंक दिया गया है. दूसरी आशंका यह है कि युवक पैदल जा रहा हो, और इस दौरान किसी वाहन ने उसे टक्कर मार दी हो. हालांकि एक्सप्रेस-वे पर किसी का पैदल चलना भी साधारण नहीं माना जा सकता है. पुलिस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है. पुलिस की पहली प्राथमिकता किसी तरह शव की शिनाख्त कराने की है. एसीपी फतेहाबाद ने बताया कि युवक की उम्र करीब 40 साल थी. फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया था. टीम ने मौके से फिंगर प्रिंट लिए हैं.
पेट्रोलिंग करने वालों को भी नहीं दिखा शव : आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से 24 घंटे में दिन करीब 20 हजार वाहन गुजरते हैं. एक्सप्रेस वे आगरा सीमा में तीन पुलिस थाने बमरौली कटारा, डौकी और निबोहरा से गुजरता है. इस पर यूपीडा की पेट्रोलिंग गाड़ियां भी गश्त करती हैं. ऐसे में यूपीडा के गश्त पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. क्योंकि, सड़क पर पड़ा शव यूपीडा की गश्त करने वाली टीम को भी दिखाई क्यों नहीं दिया.
जबकि, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर यूपीडा की छह गाड़ियां पेट्रोलिंग करती हैं.
रात में कोहरा था ज्यादा : आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर जहां शव मिला है. उस क्षेत्र में स्थानीय थाना फतेहाबाद क्षेत्र की गश्ती जीप भी रात में पेट्रोलिंग करती है. मगर, गश्ती पुलिस जीप को भी सड़क पर पड़ा शव नजर नहीं आया. रात भर शव को वाहन रौंदते रहे. इस मामले में यूपीडा के मुख्य सुरक्षा अधिकारी आरएन सिंह ने बताया कि रविवार रात को काफी कोहरा था. घना कोहरा होने के कारण सड़क पर कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. यूपीडा की पेट्रोलिंग गाड़ियां लगातार गश्त करती हैं.
आगरा-दिल्ली हाईवे पर भी हुई थी शव की दुर्गति : जिले में पिछले साल ही दो जनवरी 2023 की रात को आगरा-दिल्ली हाइवे पर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसा हादसा हुआ था. पुलिस को 100 मीटर दूर तक शव के टुकड़े मिले. सड़क से हड्डियां तक चिपक गईं थीं. आगरा दिल्ली हाईवे पर रुनकता में कीठम झील के सामने नववर्ष के पहले दिन अज्ञात वाहन की चपेट में आकर राहगीर की मौत हो गई थी. मथुरा से आगरा आने वाले हाईवे पर उसका शव पड़ा रहा. छोटे-बड़े वाहन रात भर शव को रौंदते रहे थे.
साइकिल सवार को घसीटती ले गई कार : ताजनगरी में जगदीशपुरा थाना क्षेत्र के प्रताप नगर चौराहे के पास सोमवार रात नौ बजे तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराकर पलट गई. कार ने बराबर से गुजरते साइकिल सवार को चपेट में लेकर अपने साथ कई मीटर तक घसीटा. कार चालक मौके से भाग गया. लोगों ने उसके साथी को पकड़ पुलिस को सौंप दिया. हादसे में मारूति एस्टेट के नानकचंद घायल हुए हैं.
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