देहरादूनः राजधानी दून में दीवारों और बिजली के खंभों पर प्लेबॉय जॉब के पोस्टर लगे नजर आ रहे हैं. जिसमें साफ लिखा है कि रोजाना 5 से 10 हजार रुपये कमाएं. साथ ही फ्री में आने जाने और खाने की सुविधा देने की बात लिखी गई है. बकायदा, एक फोन नंबर भी दिया है. बताया जा रहा है कि इस फोन नंबर पर संपर्क करने पर रजिस्ट्रेशन के नाम पर दो हजार रुपए भी मांगे जा रहे हैं. वहीं, अब इस मामले में पुलिस जांच में जुट गई है.
देहरादून के युवाओं को जिगोलो बनाने का झांसा: बता दें कि देहरादून में इन दिनों जिगोलो सर्विस के नाम पर कमाई का झांसा दिया जा रहा है. शहर के विभिन्न चौक-चौराहे और बिजली के खंभे प्लेबॉय जॉब के पोस्टर से पटे नजर आ रहे हैं. इन पोस्टरों पर एक दिन में 5 से 10 हजार रुपये कमाई की बात लिखी गई है. पोस्टरों पर कुछ मोबाइल नंबर भी लिखे हुए हैं.
देहरादून में चिपकाए प्लेबॉय जॉब के पोस्टर: बताया जा रहा है कि इन नंबरों पर संपर्क करने पर दो हजार रुपये रजिस्ट्रेशन के लिए मांगे जा रहे हैं. इसके लिए एक क्यूआर कोड भी फोन करने वाले के मोबाइल पर भेजा जा रहा है. हालांकि, अभी तक किसी के साथ इस तरह की ठगी का मामला सामने नहीं आया है, लेकिन शुरुआती तौर पर इसे ठगी का ही जाल बताया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः कोटद्वार में किसने लगाए प्लेबॉय जॉब के पोस्टर? तलाश में जुटी पुलिस
क्या होती है जिगोलो सर्विस: बता दें कि जिगोलो सर्विस एक तरह की पुरुष वेश्यावृत्ति होती है. इसमें पुरुषों को इस काम के लिए चुना जाता है. उन्हें इसके लिए पैसे भी दिए जाते हैं. हालांकि, अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है. एक्सपर्ट का कहना है कि यह बेरोजगार युवाओं को साथ ठगी का शिकार बनाने तरीका है. जिसमें युवाओं को मोटी कमाई का लालच दिया जा रहा है.
इस संबंध में एसओजी प्रभारी को जांच के निर्देश दिए गए हैं. इसमें मोबाइल नंबरों से लेकर यूपीआई, क्यूआर कोड की जांच की जा रही है. जल्द ही आरोपियों को पकड़ा जाएगा. -सरिता डोभाल, एसपी सिटी, देहरादून