मैनपुरीः यूपी रोडवेज से बर्खास्त संविदा परिचालक मोहित की मौत को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. सोमवार को गुरु थाना क्षेत्र के ऊष्मा रेलवे फाटक के सामने संविदा परिचालक मोहित ने अपनी जान दे दी थी. घटना की सूचना पर पहुंची जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. मोहित की पत्नी का आरोप है नौकरी से निकाले जाने के बाद से वह तनाव में था. इसी के चलते उसने अपनी जान दे दी.
दरअसल, मोहित यादव (36) जिले के घिरोर थाना गांव खुशी का रहने वाला था. वह बरेली डिपो में बीते 8 साल से संविदा परिचालक था. 3 जून को मोहित का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें बरेली दिल्ली हाईवे पर उस पर बस रोककर दो यात्रियों को नमाज पढ़वाने का आरोप लगा था. इसके बाद रोडवेज प्रबंधन ने उस पर कार्रवाई करते हुए नौकरी से सस्पेंड कर दिया था.
ईटीवी भारत ने मोहित की पत्नी रिंकी ने खास बातचीत की. रिंकी ने बताया कि मोहित से उसकी शादी 5 साल पहले हुई थी. रिंकी ने कहा, जब से शादी हुई है तब से हम लोग खुश रहते थे लेकिन 3 तारीख को नौकरी जाने के बाद से मेरे पति मोहित गुमसुम से रहने लगे थे. वह तनाव में थे. वह रविवार शाम को घर से बाहर गए थे, फिर लौटकर नहीं आए. सुबह उनकी मौत की सूचना मिली. हमारा एक 4 साल का बेटा है. रिंकी का कहना है कि नौकरी जाने की वजह से ही उन्होंने अपनी जान दी है.
वही, मोहित के पिता राजेंद्र यादव ने कहा कि 'हमारे घर की दैनिक स्थिति बहुत खराब है. मेरा एक ही बेटा था, जो मेरे घर का गुजर बसर कर रहा था. अब मेरा बेटा भी मुझसे छिन गया है. नौकरी जाने के बाद से वह काफी परेशान रहने लगा था.