अमेठी : पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्या के बीच चल रहा विवाद चर्चाओं में है. ऐसा ही एक मामला अमेठी में भी सामने आया है. खुद संविदा पर नौकरी करते हुए जिस पति ने पत्नी को सरकारी नर्स बनाया, अब उसी पत्नी ने उससे मुंह मोड़ लिया है. पति ने बताया कि पत्नी की पढ़ाई के दौरान उसने पूरा घर संभाला. झाड़ू और पोंछा के अलावा खाना भी पकाया. बेटी की देखभाल भी की, लेकिन नौकरी लगते ही पत्नी किसी टीचर के संपर्क में आ गई. दो साल से उसने बेटी का चेहरा नहीं देखा, अफसरों के दरवाजे पर दौड़ते-दौड़ते नौकरी भी चली गई.
कष्ट झेलकर पढ़ाया, मिला धोखा : मध्य प्रदेश के रीवा का रहने वाला सुशील अपनी शिकायत लेकर एसपी से मिलने पहुंचा था. उसने बताया कि उसकी पत्नी भी रीवा की ही रहने वाली है. रीवा में दोनों ने इंटर तक की पढ़ाई पूरी की थी. साल 2013 में उसकी शादी हुई. शादी के दौरान सुशील संविदा पर नौकरी करता था. पत्नी की पढ़ाई में ललक देखकर वह उसे पढ़ाने लगा. नर्सिंग स्कूल में उसका दाखिला भी कराया. पत्नी को पढ़ाई में कोई दिक्कत न हो इसलिए वह नौकरी के साथ घर के काम भी करता था. बेटी की भी देखभाल करता था. वह झाड़ू-पोंछा से लेकर खाना भी पकाता था. तमाम मुसीबतें झेलकर उसने पत्नी को पढ़ाया. साल 2021 में उसकी पत्नी अमेठी के सैनिक स्कूल में सरकारी नर्स बन गई. नौकरी लगने के बाद परिवार के लोग भी बहुत खुश थे, लेकिन चंद दिनों में ही ये खुशफहमी दूर हो गई.
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शिक्षक के संपर्क में आते ही बदले पत्नी के मिजाज : सुशील ने आगे बताया कि उसकी पत्नी सैनिक स्कूल में कार्यरत है. वहीं पर बने आवास में वह रहती भी है. युवक का आरोप है कि उसकी पत्नी स्कूल के एक शिक्षक के संपर्क में है. वह उससे कोई नाता नहीं रखना चाहती है. फरवरी 2021 में वह पत्नी से मिलने स्कूल पहुंचा था. उसने प्राचार्य से भी शिकायत की थी. इसके बाद दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ा कि मामला मध्य प्रदेश में कोर्ट तक पहुंच गया. पत्नी उसकी बेटी से भी नहीं मिलने दे रही है. उसने स्कूल प्रशासन से शिकायत कर मेरे प्रवेश पर भी पाबंदी लगा दी है. सुशील कुमार ने एसपी को प्रार्थना पत्र के साथ कई साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं. उसने न्याय की गुहार लगाई है.
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