सहारनपुर: सहारनपुर का बालिका सुधार गृह एक बार फिर चर्चाओं में आया है. बालिका सुधार गृह में बालिकाओं ने प्रबंधक पर छेड़छाड़, उत्पीड़न और यौन शोषण का आरोप लगाया है. एक लड़की ने आरोप लगाया है कि प्रबंधक ऑफिस में बुलाकर कहता है कि तुम बहुत पसंद हो. एक पीड़िता ने SDM सदर कीर्ति सिंह के नाम 2 पेज की लिखित शिकायत की है. मामला मीडिया की सुर्खियां बना तो जिला प्रशासन से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया. आनन फानन में जिलाधिकारी ने चीफ वार्डन, प्रबंधक समेत पांच कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है साथ ही प्रबंधक वीपी सिंह के बालिका सुधार गृह में प्रवेश पर रोक लगाई है. मामले की सच्चाई जानने के लिए जांच महिला अधिकारियों से कराई जा रही है. एसडीएम की ओर से आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.
बता दें कि 2 दिन पहले SDM सदर कीर्ति सिंह सुधार गृह का निरीक्षण करने पहुंची थी. यहां सजायाफ्ता बालिकाओं ने प्रबंधक वीपी सिंह और मुख्य अधीक्षिका पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत की थी. SDM सदर ने मामले की निष्पक्ष जांच कर शुक्रवार को रिपोर्ट जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र को सौंपी हैं. जिलाधिकारी ने IAS कृतिराज, PCS अफसर किंशुक श्रीवास्तव और SI सुनीता मालान की संयुक्त टीम को बालिका सुधार गृह भेजकर जांच कराई है. जांच के दौरान टीम ने सभी बालिकाओं से अलग-अलग अकेले में पूछताछ की है. बालिकाओं ने छेड़खानी, मारपीट के साथ अवैध वसूली के आरोप भी लगाए हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी ने बालिका सुधार गृह की मुख्य अधीक्षिका समेत 5 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है. शुक्रवार को डीएम के आदेश पर प्रबंधक वीपी सिंह, अधीक्षिका पिंकी, शिक्षिका लक्ष्मी, रसोइयां मूर्ति, हाउस कीपर रवि की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं. प्रबंधक वीपी सिंह के सुधार गृह में जाने पर पूर्णतः रोक भी लगा दी गई है. जानकारी के मुताबिक यह सुधार गृह एक निजी संस्था द्वारा चलाया जा रहा है. जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने बताया कि SDM सदर ने प्रबंधक वीपी सिंह और मुख्य अधीक्षिका पिंकी समेत 5 कर्मचारियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है. शुक्रवार को बालिका सुधार गृह का एक वीडियो भी वायरल हुआ है.
एसडीएम सदर को बालिका ने भेजा था ये शिकायती पत्र
'कीर्ति मैम, मुझे आपकी मदद की जरूरत है क्योंकि मेरे साथ नाइंसाफी हुई है. मैम, मुझे आपको बताना है कि वीपी सिंह (प्रबंधक) ने मेरे साथ कई बार छेड़खानी करने की कोशिश की. मुझे बात करने के बहाने ऑफिस में बुलाता था फिर बोलता था कि तुम मुझे बहुत पसंद हो. मेरा हाथ भी पकड़ा और बोला कि अगर तुम मेरी बात मान लोगी तो मैं तुम्हें घर भेज दूंगा."
आगे बालिका ने लिखा कि उस वक्त मैं रोती हुई वापस आ गई. मुझसे बाकी लड़कियों ने पूछा कि क्या हुआ? मैंने उनसे मदद मांगी. बताया कि मेरे साथ क्या हुआ. मैंने उनको कहा कि तुम सबको आवाज उठानी होगी. इस बात को सुनकर सब लड़की पीछे हट गईं. बोलीं- तेरे चक्कर में हमें नहीं पड़ना है फिर दो-तीन दिन बाद मुझे सर ने बुलाया और बोले कि तू लड़कियों को मेरे खिलाफ क्यों भड़का रही है. तू मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती है."
"मैंने बोला कि मैं सबको बताऊंगी फिर वीपी सिंह ने पिंकी मैडम को बुलाया. वो मुझे भंडार कक्ष में ले गईं और बहुत मारा तब से मैं बहुत डरी हुई थी. जब आप यहां आई थीं, तब भी मैंने आपको कुछ नहीं बताया क्योंकि मुझे डर था कि मैं अकेली रह जाऊंगी लेकिन, मैम अब मेरे साथ ओर लड़कियां भी खड़ी हैं उन्होंने मुझे हिम्मत दी. कहा कि कब तक तू सहेगी, अब तू हिम्मत कर, आज तेरे साथ ऐसा हुआ है, कल किसी और के साथ होगा. तेरी वजह से बहुत लड़कियां उसके चंगुल से बच जाएंगी. मैम वीपी सिंह ने मुझे कहा कि तू कुछ भी कर ले तेरी बात पर कोई विश्वास नहीं करेगा, मैं तेरे पति को सब बता दूंगा फिर तू यही पर रहेगी. मैम आप भी एक लड़की हो, आप तो मेरी फीलिंग समझोगी. अगर वीपी सिंह ने मेरे पति को भड़का दिया तो मैं कहां जाऊंगी. प्लीज मैम मेरी मदद करो."
सीसीटीवी फुटेज की जांच हो रही
जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने बताया कि सुधार गृह परिसर में लगे सीसीटीवी की फुटेज की भी जांची जा रही है. सीसीटीवी फुटेज को साक्ष्य के रूप इस्तेमाल किया जाएगा. बालिका सुधार गृह का संचालन राजसी डेवलपमेंट एंड रिसर्च संस्थान द्वारा संचालित किया जाता है, जहां सहारनपुर के अलावा शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत की बालिकाएं रखी हुई हैं. इन बालिकाओं का आरोप है कि जब उनके परिवार के लोग उनसे मिलने के लिए आते हैं, तो वहां का स्टाफ पैसे की मांग करता है. शुक्रवार को बालिका गृह की बालिकाओं का एक वीडियो भी वायरल हुआ है. वीडियो में एक लड़की यह कहते हुए नजर आ रही है कि "यहां छेड़खानी होती है, मारपीट की जाती है. वीडियो बनाकर दूसरे लोगों को दिखाता है, कपड़े उतरवा देता था. वीडियो में कुछ बच्चों ने अपनी चोट भी दिखाई"
बालिकाओं ने ये आरोप भी लगाए
उत्पीड़न के खिलाफ बालिकाएं कड़ी धूप में धरने पर बैठी हुई हैं. गर्मी में उनकी तबीयत बिगड़ी तो अस्पताल में भर्ती कराया गया. बालिकाओं का आरोप है कि सुधार गृह में उनका उत्पीड़न किया जाता है. खाना भी ठीक से नहीं दिया जाता है. हम परेशान होकर धरने पर बैठ गई थीं. तेज धूप में कुछ लड़कियों की तबीयत खराब हो गई, उन्हें जनता अस्पताल ले जाना पड़ा था.
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