इटावा : जिले के बलरई इलाके के एक गांव में रविवार की शाम को धारदार हथियार से गला काटकर दो सगी बहनों की हत्या कर दी गई. दोनों घर में अकेली थीं. परिवार के लोग खेत पर काम करने गए थे. दोनों के खून से लथपथ शव घर के अंदर पड़े हुए थे. हत्या किसने और क्यों की, अभी तक इसका पता नहीं चल पाया है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच -पड़ताल की. फोरेंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए.
10 मिनट के अंदर हुई वारदात : बलरई इलाके के बहादुरपुर गांव निवासी जयवीर की तीन पुत्रियां और चार पुत्र हैं. थाना पुलिस के अनुसार रविवार की शाम को जयवीर, उनकी पत्नी और बेटे खेत पर काम करने गए थे. घर में किसान की बेटी अंजली (18), सुरभि (7) और रोशनी (5) थीं. शाम करीब पौने छह बजे अंजली छोटी बहनों को घर में छोड़कर खेत से चारे का गट्ठर लाने चली गई. करीब 10 मिनट बाद वह लौटी तो सुरभि और रोशनी नहीं दिखीं. वह आवाज देती हुई घर के अंदर पहुंची तो दोनों के खून से सने शव मिले. दोनों की गर्दन कटी हुई थी.
मां बोली- किसी से नहीं रंजिश : शोर मचाने पर आसपास के लोग पहुंच गए. परिवार के लोग भी खेत से आ गए. वारदात की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस मौक पर पहुंच गई. फोरेंसिक टीम को भी बुला लिया गया. पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. दोनों बच्चियों की मां सुशीला के अनुसार वह 4 बजे शाम को खेत गई थी. शाम 5 बजे पति जयवीर भी खेत पर गए. बिटिया भी उनके पीछे गई. घर के दरवाजे खुले पड़े है. घर आए तो देखा कि दोनों बेटियों को किसी ने काट दिया. सुशीला ने बताया कि उनका किसी से कोई भी झगड़ा नहीं है.
इस बारे में कानपुर रेंज के आईजी प्रशांत कुमार ने बताया कि पूरे घटनाक्रम की जांच की जा रही है. जांच के लिए कानपुर से फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है, जो जांच में लगी हुई है. उन्होंने बताया कि दोनों बच्चियों की फावड़े से हमला कर निर्मम तरीके से हत्या की गई है. मौके से साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं. जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा.
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