वाराणसीः किसी के जन्मदिन का केक किसी के लिए मौत का कारण बन सकता है, यह अपने आप में हैरान करने वाली बात है लेकिन वाराणसी में एक ऐसी घटना सामने आई है. यहां पर बड़े भाई के जन्मदिन का केक छोटे भाई के लिए मौत की वजह बन गया. मामला वाराणसी के जंसा थाना क्षेत्र का है, जहां पर केक श्वांस नली में अटकने से 8 साल के बच्चे की जान चली गई.
पूरा मामला जंसा थाना क्षेत्र के सजोई गांव का है. गांव के निवासी पेशे से शिक्षक धीरज श्रीवास्तव के 2 पुत्र हैं. उनके बड़े पुत्र का जन्मदिन बीते सोमवार को था. देर रात केक कटने के बाद छोटे पुत्र प्रांजल ने खाया. इसके बाद अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. बिगड़ती तबीयत को देखते हुए परिजन बच्चे को निजी अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दो दिन बाद प्रांजल की मौत हो गई.
बेटे की मौत के बाद मां और अन्य परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. परिजनों की माने तो उन्होंने तीन से चार अस्पतालों का चक्कर काटा लेकिन कहीं भी इलाज नहीं हो सका. उनके घर में जन्मदिन की खुशियां मौत के मातम में बदल गई. मृतक के पिता ने बताया कि प्रांजल दो भाइयों में छोटा था. केक कटने के बाद जब उसने केक खाया तो अचानक से उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. इसके बाद हम लोगों से आनन-फानन में पास के ही नर्सिंग होम में ले गए जहां से जवाब मिलने के बाद शहर के दो अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया वहां से भी जवाब मिला तो हम एक अन्य निजी अस्पताल गए जहां सारे प्रयास असफल होते हुए नजर आने लगे.
उन्होंने बताया कि डॉक्टर ने बताया है कि केक प्रांजल की श्वांस नली में अटक गया था, जिस वजह से उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी और इसी की वजह से उसकी मौत हो गई.
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वाराणसी में जन्मदिन का केक सांस की नली में फंसने से बच्चे की मौत
वाराणसी में जन्मदिन का केक श्वांस नली में फंसने से बच्चे की मौत हो गई. चलिए जानते हैं इस बारे में.
वाराणसीः किसी के जन्मदिन का केक किसी के लिए मौत का कारण बन सकता है, यह अपने आप में हैरान करने वाली बात है लेकिन वाराणसी में एक ऐसी घटना सामने आई है. यहां पर बड़े भाई के जन्मदिन का केक छोटे भाई के लिए मौत की वजह बन गया. मामला वाराणसी के जंसा थाना क्षेत्र का है, जहां पर केक श्वांस नली में अटकने से 8 साल के बच्चे की जान चली गई.
पूरा मामला जंसा थाना क्षेत्र के सजोई गांव का है. गांव के निवासी पेशे से शिक्षक धीरज श्रीवास्तव के 2 पुत्र हैं. उनके बड़े पुत्र का जन्मदिन बीते सोमवार को था. देर रात केक कटने के बाद छोटे पुत्र प्रांजल ने खाया. इसके बाद अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. बिगड़ती तबीयत को देखते हुए परिजन बच्चे को निजी अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दो दिन बाद प्रांजल की मौत हो गई.
बेटे की मौत के बाद मां और अन्य परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. परिजनों की माने तो उन्होंने तीन से चार अस्पतालों का चक्कर काटा लेकिन कहीं भी इलाज नहीं हो सका. उनके घर में जन्मदिन की खुशियां मौत के मातम में बदल गई. मृतक के पिता ने बताया कि प्रांजल दो भाइयों में छोटा था. केक कटने के बाद जब उसने केक खाया तो अचानक से उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. इसके बाद हम लोगों से आनन-फानन में पास के ही नर्सिंग होम में ले गए जहां से जवाब मिलने के बाद शहर के दो अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया वहां से भी जवाब मिला तो हम एक अन्य निजी अस्पताल गए जहां सारे प्रयास असफल होते हुए नजर आने लगे.
उन्होंने बताया कि डॉक्टर ने बताया है कि केक प्रांजल की श्वांस नली में अटक गया था, जिस वजह से उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी और इसी की वजह से उसकी मौत हो गई.
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