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आईआईटी कानपुर के पूर्व अधिकारी से अमेरिका के जालसाजों ने ठग लिए 21 लाख रुपये, अपनाया ये तरीका - आईआईटी कानपुर

कानपुर में आईआईटी के पूर्व अधिकारी से जालसाजों ने लाखों रुपये की ठगी ( former IIT Kanpur official cheated) कर ली. पीड़ित ने मामले में मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 7, 2024, 12:15 PM IST

कानपुर : बिठूर थाना क्षेत्र के राम नगर निवासी आईआईटी के पूर्व अधिकारी से 21 लाख रुपये की ठगी कर कर ली गई. पीड़ित ने पुलिस आयुक्त से कार्रवाई की गुहार लगाई. इसके बाद शनिवार की देर रात मामले में मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है. ठगों ने मिलकर पूर्व अधिकारी को जड़ी-बूटी भेजने के नाम पर अपने जाल में फंसाया था.

इस तरह जाल में फंसाया : राम नगर निवासी अभिलाष आईआईटी के अधिकारी रह चुके हैं. उन्होंने बताया कि 23 नवंबर को फेसबुक पर उनकी दोस्ती अमेरिका के नार्थ कैरोलिना निवासी इम्मा विलसन से हुई. वाट्सएप के जरिए बात भी होने लगी. विल्सन ने खुद को डॉक्टर व चाचा स्टीव को वैज्ञानिक बताया. उसने बताया कि उसके चाचा की दवा बनाने की कंपनी है. वह भारत से जड़ी-बूटियां मंगाते हैं. विलसन ने बूटियां मंगाने के लिए झांसी में गुप्ता जी की दुकान का पता भेजा. इस पर वह अभिलाष वहां पहुंचे तो पता चला कि शख्स की मौत कोरोना काल में हो चुकी है. वह असम से वहां के शांति शर्मा से जड़ी-बूटियां-मंगाते थे. अभिलाष ने यह जानकारी विलसन को दी. इसके बाद स्टीव ने शांति शर्मा का नंबर भेज दिया. दरअसल, अभिलाष को लालच दिया गया, इन जड़ी बूटियों के जरिए उनकी भी कमाई हो सकती है.

शांति को भेजे 80 हजार रुपये, यहीं से हुआ खेल : अभिलाष ने सबसे पहले शांति से सम्पर्क कर उन्हें 80 हजार रुपये भेजे. इसके बाद शांति ने 100 ग्राम जड़ी-बूटी का पैकेट अभिलाष को भेजा. अभिलाष ने स्टीव को पैकेट की फोटो भेजी तो स्टीव ने ऐसे 200 पैकेट और मंगवाने की बात कही. अभिलाष ने शांति से दोबारा सम्पर्क किया तो उसने 5 लाख रुपये मांगे. इसके बाद उन्होंने पत्नी के खाते से शांति द्वारा बताई फर्म उमेश इंटरप्राइजेज के खाते में रकम ट्रांसफर कर दी.

स्टीव ने कहा- विदेशी बैंक में खाता खुलवा लो : 5 लाख रुपये भेजने के बाद अभिलाष से शांति ने एक करोड़ 60 लाख रुपये (200 पैकेट दवा की कुल राशि) का 10 प्रतिशत हिस्सा भेजने को. इस पर उन्होंने मना कर दिया. इस पर शांति ने बाकी रकम डूबने की धमकी दी. फिर अभिलाष ने पूरी बात स्टीव को बताई तो स्टीव ने एक विदेशी बैंक खाते की जानकारी देकर उसमें खाता खुलवाने को कहा. अभिलाष ने उस खाते में देखा था तो 2.5 लाख पाउंड रकम दिख रही थी. हालांकि खाता चालू करने के नाम पर अभिलाष ने 10.73 लाख रुपये और ट्रांसफर किए और उसके अगले दिन से हीं सभी के नंबर स्विच ऑफ और नॉट रिचेबल बताने लगे. अभिलाष ने भी ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, अभिलाष के अनुसार इस जालसाजी में उनसे कुल 21 लाख की ठगी की गई.

यह भी पढ़ें : अचानक बैंक खाते में आ जाए रुपये तो न हों खुश, यह हो सकता है साइबर ठगों का जाल, पढ़िए क्या कहते हैं विशेषज्ञ

कानपुर : बिठूर थाना क्षेत्र के राम नगर निवासी आईआईटी के पूर्व अधिकारी से 21 लाख रुपये की ठगी कर कर ली गई. पीड़ित ने पुलिस आयुक्त से कार्रवाई की गुहार लगाई. इसके बाद शनिवार की देर रात मामले में मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है. ठगों ने मिलकर पूर्व अधिकारी को जड़ी-बूटी भेजने के नाम पर अपने जाल में फंसाया था.

इस तरह जाल में फंसाया : राम नगर निवासी अभिलाष आईआईटी के अधिकारी रह चुके हैं. उन्होंने बताया कि 23 नवंबर को फेसबुक पर उनकी दोस्ती अमेरिका के नार्थ कैरोलिना निवासी इम्मा विलसन से हुई. वाट्सएप के जरिए बात भी होने लगी. विल्सन ने खुद को डॉक्टर व चाचा स्टीव को वैज्ञानिक बताया. उसने बताया कि उसके चाचा की दवा बनाने की कंपनी है. वह भारत से जड़ी-बूटियां मंगाते हैं. विलसन ने बूटियां मंगाने के लिए झांसी में गुप्ता जी की दुकान का पता भेजा. इस पर वह अभिलाष वहां पहुंचे तो पता चला कि शख्स की मौत कोरोना काल में हो चुकी है. वह असम से वहां के शांति शर्मा से जड़ी-बूटियां-मंगाते थे. अभिलाष ने यह जानकारी विलसन को दी. इसके बाद स्टीव ने शांति शर्मा का नंबर भेज दिया. दरअसल, अभिलाष को लालच दिया गया, इन जड़ी बूटियों के जरिए उनकी भी कमाई हो सकती है.

शांति को भेजे 80 हजार रुपये, यहीं से हुआ खेल : अभिलाष ने सबसे पहले शांति से सम्पर्क कर उन्हें 80 हजार रुपये भेजे. इसके बाद शांति ने 100 ग्राम जड़ी-बूटी का पैकेट अभिलाष को भेजा. अभिलाष ने स्टीव को पैकेट की फोटो भेजी तो स्टीव ने ऐसे 200 पैकेट और मंगवाने की बात कही. अभिलाष ने शांति से दोबारा सम्पर्क किया तो उसने 5 लाख रुपये मांगे. इसके बाद उन्होंने पत्नी के खाते से शांति द्वारा बताई फर्म उमेश इंटरप्राइजेज के खाते में रकम ट्रांसफर कर दी.

स्टीव ने कहा- विदेशी बैंक में खाता खुलवा लो : 5 लाख रुपये भेजने के बाद अभिलाष से शांति ने एक करोड़ 60 लाख रुपये (200 पैकेट दवा की कुल राशि) का 10 प्रतिशत हिस्सा भेजने को. इस पर उन्होंने मना कर दिया. इस पर शांति ने बाकी रकम डूबने की धमकी दी. फिर अभिलाष ने पूरी बात स्टीव को बताई तो स्टीव ने एक विदेशी बैंक खाते की जानकारी देकर उसमें खाता खुलवाने को कहा. अभिलाष ने उस खाते में देखा था तो 2.5 लाख पाउंड रकम दिख रही थी. हालांकि खाता चालू करने के नाम पर अभिलाष ने 10.73 लाख रुपये और ट्रांसफर किए और उसके अगले दिन से हीं सभी के नंबर स्विच ऑफ और नॉट रिचेबल बताने लगे. अभिलाष ने भी ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, अभिलाष के अनुसार इस जालसाजी में उनसे कुल 21 लाख की ठगी की गई.

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