अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) परिसर में फायरिंग का आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है. घटना में एएमयू (AMU) के तीन छात्र घायल हुए थे. तीनों का इलाज जेएन मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. घटना का मुख्य आरोपी अकरम टिप्पा पूर्व से घायलों से रंजिश मानता है. मामले को लेकर 15 लोगों के खिलाफ थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज किया गया है. अन्य अभियुक्तों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम लगी हुई है .
मोहम्मद बाबर ने मुकदमा दर्ज कराते हुए कहा है कि वह अपने साथी सादिक अली, अब्दुल्ला और फिरोज के साथ सर सैयद नॉर्थ हॉस्टल में आपस में बातचीत कर रहा था. आरोप लगाया कि अकरम टिप्पा अपने 15 साथियों के साथ पिस्तौल और तमंचे से लैस होकर आया और जान से मारने की नीयत से फायरिंग कर दी. मोहम्मद बाबर ने बताया कि अकरम टिप्पा और उसके साथी पूर्व से ही रंजिश मानते हैं. फायरिंग की इस घटना में सादिक को पूरे शरीर पर गोली के छर्रे लगे हैं. फिरोज के दाहिनी सीने में गोली लगी है.
वहीं, अब्दुल्ला के शरीर पर भी गोली के छर्रे के निशान है. तीनों को जेएन मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. मोहम्मद बाबर ने अकरम टिप्पा के साथ काशिफ हाजी , मयंक ठाकुर , काशिफ, आशु, अनस, सलमान ककराला, मुजाहिद, अब्दुल्ला, इकबाल , अन्ना, अलमदार , अमान चौधरी, जैद, शहवाज के खिलाफ थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज कराया है. हालांकि पुलिस ने मुख्य आरोपी अकरम टिप्पा को गिरफ्तार किया है.
घटना को लेकर एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि एएमयू परिसर में गोली चलने और तीन लोगों के घायल होने की बात सामने आई थी. पुलिस ने प्रकरण को तत्काल संज्ञान में लेते हुए घायल व्यक्तियों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया. एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि तीनों की हालत खतरे से बाहर है. इस संबंध में थाना सिविल लाइन में मुकदमा पंजीकृत किया गया है . इसमें मुख्य आरोपी अकरम टिप्पा की गिरफ्तारी की जा चुकी है. अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. जल्द ही उनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी.
बताया गया कि घटना के आरोपी 14 लोग एएमयू के छात्र नहीं है. आरोपी अमान चौधरी ही केवल छात्र है. पुलिस के अनुसार गोलीबारी की घटना को दो छात्र गुटों के बीच पुरानी दुश्मनी से जोड़कर देखा जा रहा है, बड़ी बात यह है कि एएमयू के हॉस्टल में बाहरी तत्व कैसे मौजूद थे. सभी 15 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी धारा 147, 148, 149 और 307 में मुकदमा दर्ज किया गया है. अकरम टिप्पा के खिलाफ पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं और जेल भी जा चुका है.