पुणे : महाराष्ट्र के पुणे में अपराध दर लगातार बढ़ता जा रहा है. जानकार बता रहे हैं कि बढ़ते अपराध की वजह बेरोजगारी है. कोरोना संकट में कई युवाओं की नौकरी चली गई. इस बीच वेब सीरीज में दिखाए जा रहे अपराध भी लोगों को आक्रामक बना रहे हैं.
पूर्व पुलिस अधिकारी राजेंद्र भामरे ने कहा कि यह सामूहिक प्रभाव आपराधिक मानसिकता को बढ़ावा देता है. साथ ही एक और कारण यह भी है कि लोगों को देसी कट्टा बहुत आसानी से मिल रहा है. शहर में यह हथियार ज्यादातर एमपी और बिहार से आ रहा है.
भामरे ने कहा कि अगर इन हथियारों के वितरण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है, तो इससे अपराध पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी. पुणे पुलिस ने पिछले साल 50 गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई की थी. पिछले साल सितंबर से दिसंबर में भी पुलिस ने 7 गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 54 अपराधियों को गिरफ्तार किया था.
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जनवरी से अब तक पुलिस ने 43 गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 303 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये गिरोह शहर में कई वारदातों में शामिल हैं. भामरे ने कहा कि शहर में बाहर से आने वाले इन गिरोहों और अपराधियों को लेकर पुलिस को अधिक सतर्क रहना चाहिए.