पूर्णियाः भविष्य में बिहार के सीमांचल की सरजमीं से निकलकर अगर कोई प्लेयर इंडियन क्रिकेट टीम से इंटरनेशनल क्रिकेट में खेलता नजर आए, तो इसमें कोई हैरानी की बात नहीं होगी. दरअसल बिहार में क्रिकेट प्रतिभा को तालशाने की शुरूआत हो रही है. इंडियन क्रिकेट टीम के सिक्सर किंग युवराज सिंह पूर्णिया में बिहार का पहला क्रिकेट एकेडमी खोलने जा रहे हैं. इस अकादमी के इनॉग्रेशन में युवराज खुद आएंगे.
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पूर्णिया में होगा बिहार का पहला क्रिकेट एकेडमीः भारतीय क्रिकेट टीम के मशहूर बल्लेबाज युवराज सिंह शुक्रवार शाम एक दिवसीय दौरे पर पूर्णिया पहुंचे, जहां उन्होंने उस चिन्हित स्थान का निरीक्षण किया जहां क्रिकेट अकादमी स्थापित की जाएगी. ये बिहार का पहला क्रिकेट एकेडमी होगा. युवराज सिंह ने कहा कि इसमें वे खुद भी खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देंगे. ऐसे प्लेयर्स की परफॉर्मेंस मार्किंग के लिए नेशनल लेवल के विशेषज्ञ और कोच समय-समय पर एकेडमी में प्रशिक्षण और चयन के लिए आएंगे. एकेडमी में खेलने वाले प्लेयर्स क्रिकेट की बारीकियों के साथ ही क्रिटिकल क्रिकेट के गुर सीखेंगे.
"मैं खुद भी खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दूंगा. बिहार के बच्चों को क्रिकेट के गुर सीखने के लिए बिहार से बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी. हमारी क्रिकेट एकेडमी में खेलने वाले प्लेयर्स को स्टेट, नेशनल और इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का मौका दिया जाएगा. देश में समय-समय पर आयोजित क्रिकेट शिविरों में एकेडमी के प्लेयर्स को जाने का मौका मिलेगा"- युवराज सिंह, क्रिकेटर
'बिहार से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी': युवराज ने अपने बचपन के अनछुए पहलुओं को साझा करते हुए कहा कि जब मैं छोटा था, तो मैंने उस वक्त एक चीज हमेशा गौर किया. वह ये थी कि छोटे शहरों से प्लेयर्स आकर उनके साथ स्ट्रगल करते थे. उनके साथ कई तरह की समस्याएं होती थीं. इसी को जहन में रखते हुए उन्होंने छोटे शहर से ही अपने एकेडमी की शुरुआत की ठानी. पूर्णिया में एकेडमी की शुरुआत के साथ ही बिहार के बच्चों को क्रिकेट के गुर सीखने के लिए बिहार से बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी. वे यहीं रहकर खुद को निखारेंगे. इससे उनकी पढ़ाई में भी किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी. प्रशिक्षण के साथ ही पढ़ाई भी जारी रखेंगे.