महाराष्ट्र : देश में कोरोना का कहर हर दिन नया रिकॉर्ड बनाता जा रहा है. देश की औद्योगिक नगरी मुंबई में हालात काफी गंभीर है. महाराष्ट्र राज्य के पुणे में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. बता दें, पुणे शहर में कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन की बेहद कमी देखी जा रही है.
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महाराष्ट्र: रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिलने को लेकर अस्पताल में भर्ती मरीज़ों के परिजनों ने पुणे के जिला कलेक्टर ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। अस्पताल में भर्ती अपने परिजन के लिए 3 दिन से इंजेक्शन ढूंढ रही एक महिला ने बताया, "अस्पताल ने कहा है कि इंजेक्शन हमें ही लाना होगा।"#COVID19 pic.twitter.com/nG7hk6LhJJ
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">महाराष्ट्र: रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिलने को लेकर अस्पताल में भर्ती मरीज़ों के परिजनों ने पुणे के जिला कलेक्टर ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। अस्पताल में भर्ती अपने परिजन के लिए 3 दिन से इंजेक्शन ढूंढ रही एक महिला ने बताया, "अस्पताल ने कहा है कि इंजेक्शन हमें ही लाना होगा।"#COVID19 pic.twitter.com/nG7hk6LhJJ
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कोरोना संक्रमण के चलते अस्पतालों में मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र के एक अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजन रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए प्रदर्शन तक कर रहे हैं. पुणे जिले में कोरोना मरीजों के रिश्तेदार रेमडेसिविर की मांग करते हुए कलेक्टर ऑफिस के बाहर प्रदर्शन तक कर रहे हैं. लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन मुहैया कराने की गुहार लगा रहे हैं. अस्पताल में भर्ती अपने परिजन के लिए 3 दिन से इंजेक्शन ढूंढ रही एक महिला ने बताया कि अस्पताल ने कहा है कि इंजेक्शन हमें ही लाना होगा.
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हमारे यहां क़रीब 45,000 इंजेक्शन की मांग है, हम इंजेक्शन का स्टॉक बराबर बांट रहे हैं। चार-पांच दिन में हालात ठीक हो जाएंगे। कोविड प्रोटोकॉल के मुताबिक सिर्फ गंभीर मरीज़ों को ही रेमडेसिविर देना है, प्रोटोकॉल के हिसाब से ज़्यादा मांग हो रही है: विजय देशमुख, पुणे के एडिशनल कलेक्टर https://t.co/2jcL4iwKac pic.twitter.com/uu7mjMDkuN
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वहीं, रेमडेसिविर की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन को देखते हुए पुणे के एडिशनल कलेक्टर विजय देशमुख ने कहा कि हमारे यहां लगभग 45,000 इंजेक्शन की मांग है. हमें 3-4 दिन पहले 3,000 इंजेक्शन मिले हैं. कल हमें लगभग 1,200 इंजेक्शन मिले थे. हम इंजेक्शन का स्टॉक बराबर बांट रहे हैं. हम कंपनियों से बात कर रहे हैं. 4-5 दिनों में स्थिति बेहतर हो जाएगी.
कलेक्टर विजय देशमुख ने आगे कहा कि वैक्सीन के ज्यादा उपयोग पर अंकुश लगाया जाना चाहिए. केवल गंभीर रोगियों को कोरोना प्रोटोकॉल के अनुसार रेमडेसिविर दिया जाना चाहिए. हमने उड़न दस्ते स्थापित किए हैं, वे कई स्थानों का निरीक्षण कर रहे हैं और कुछ भी अवैध होने पर कार्रवाई की जा रही है.
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बता दें, देश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मामले को देखते हुए भारत सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के निर्यात पर रोक लगा दी है. बीते कुछ दिनों में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी देखी जा रही थी. ऐसे में सरकार का यह फैसला अहम है. भारत सरकार में देश में हालात सुधरने तक के लिए इस रोक का ऐलान किया है. जिसके बाद भी देश में रेमडेसिविर की कमी देखी जा रही है.