देहरादून : उत्तराखंड के हल्द्वानी में सुशीला तिवारी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती एक महिला ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल किया था. महिला ने पीने के लिए पानी उपलब्ध कराने की गुहार लगाई थी. महिला मुंह में ऑक्सीजन लगाए सोशल मीडिया के माध्यम से पानी डोनेट करने की गुहार लगा रही थी. इस बदनसीब महिला की गुरुवार देर शाम मौत हो गई.
महिला की मौत के बाद अब अस्पताल प्रशासन पर भी मरीजों की ठीक से देखभाल नहीं करने और लापरवाही करने के आरोप लगने लगे हैं. हल्द्वानी के देवलचौड़ निवासी 30 वर्षीय एक महिला ने गुरुवार को सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो वायरल किया था.
महिला कहती है, 'वह सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती है. वह कोविड-19 संक्रमण के कारण भर्ती है. वीडियो में उसने रात भर पानी नहीं मिलने की शिकायत की थी. वह लोगों से पानी दान करने की बात कह रही थी. महिला ने ये भी कहा था कि बहुत से लोग ऐसे हैं जो परेशान हैं.'
ऐसे में अब सुशीला तिवारी अस्पताल को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. बड़ा सवाल यह है कि कोविड वार्ड और आईसीयू में भर्ती मरीज क्या ऐसे ही तड़प रहे हैं. क्योंकि सुशीला तिवारी अस्पताल में लगातार मृतकों की संख्या बढ़ रही है.
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इस पूरे मामले में अस्पताल के पीआरओ का कहना है कि प्रत्येक मरीज को चार बोतल पानी उपलब्ध कराया जा रहा है. महिला की हालत काफी गंभीर थी जिसके चलते उसकी की मौत हुई है.
सुशीला तिवारी अस्पताल में पांच दिन में हुईं इतनी मौत
कोविड मरीजों का इलाज कर रहे हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में पांच दिन में कुल 92 मरीजों की मौत हुई है. 28 अप्रैल को सर्वाधिक 35 मरीजों की मौत हुई थी.