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आंध्र प्रदेश : नोडल अधिकारी की इलाज न मिलने पर कोरोना से मौत

आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के सूक्ष्म सिंचाई परियोजना निदेशक बीएस सुब्बारायडु की कोरोना के कारण मौत हो गई. वह पेशाब संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे.

नोडल अधिकारी
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Published : May 16, 2021, 4:16 PM IST

अमरवती : आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के सूक्ष्म सिंचाई परियोजना निदेशक बीएस सुब्बारायडु तीन दिन से पेशाब संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे. इस दौरान उनके परिवार के सदस्य आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के कई निजी अस्पतालों में उनके इलाज के लिए भटकते रहे, लेकिन किसी अस्पताल में उन्हें भर्ती नहीं किया गया और इलाज न मिलने के कारण उनकी मौत हो गई.

हालांकि वह ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की दवा ले रहे थे, उसके बाद जब उनको सीटी स्कैनिंग के लिए ले जाया गया, तो वह कोरोना संक्रिमत पाए गए. साथ ही उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी और पल्स भी धीमी हो गई है.

उनके परिवार वालों ने बताया कि सुब्बारायडु ने जिला अस्पताल अधिकारी को बताया कि मैं जिला अधिकारी हूं.. मुझे बिस्तर आवंटित किया जाए, लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया.

आखिरकार उन्हें बिना वेंटिलेटर की सुविधा वाले एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच की और उनकी मौत की पुष्टि की. परिवार के सदस्यों ने बताया कि सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में स्ट्रेचर तक देने के लिए कोई व्यक्ति उपलब्ध नहीं था.

पढ़ें - कांग्रेस सांसद राजीव सातव का निधन, पीएम मोदी-राहुल गांधी ने जताया दुख

बता दें कि बीएस सुब्बारायडु फिलहाल कोविड नोडल अधिकारी के रूप में तैनात थे.

अमरवती : आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के सूक्ष्म सिंचाई परियोजना निदेशक बीएस सुब्बारायडु तीन दिन से पेशाब संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे. इस दौरान उनके परिवार के सदस्य आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के कई निजी अस्पतालों में उनके इलाज के लिए भटकते रहे, लेकिन किसी अस्पताल में उन्हें भर्ती नहीं किया गया और इलाज न मिलने के कारण उनकी मौत हो गई.

हालांकि वह ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की दवा ले रहे थे, उसके बाद जब उनको सीटी स्कैनिंग के लिए ले जाया गया, तो वह कोरोना संक्रिमत पाए गए. साथ ही उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी और पल्स भी धीमी हो गई है.

उनके परिवार वालों ने बताया कि सुब्बारायडु ने जिला अस्पताल अधिकारी को बताया कि मैं जिला अधिकारी हूं.. मुझे बिस्तर आवंटित किया जाए, लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया.

आखिरकार उन्हें बिना वेंटिलेटर की सुविधा वाले एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच की और उनकी मौत की पुष्टि की. परिवार के सदस्यों ने बताया कि सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में स्ट्रेचर तक देने के लिए कोई व्यक्ति उपलब्ध नहीं था.

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बता दें कि बीएस सुब्बारायडु फिलहाल कोविड नोडल अधिकारी के रूप में तैनात थे.

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