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लोकसभा में बोले स्वास्थ्य मंत्री, आबादी के लिहाज से भारत में कोविड से सबसे कम मौतें

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Published : Dec 3, 2021, 3:10 PM IST

Updated : Dec 3, 2021, 4:26 PM IST

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में कोरोना महामारी पर हुई चर्चा का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना के 3.46 करोड़ मामले सामने आए हैं और 4.6 लाख लोगों की मौत हुई है, जो कुल मामलों का 1.36% है.

कोविड पर चर्चा
कोविड पर चर्चा

नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में कोरोना महामारी पर हुई चर्चा का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि भारत में अब तक कोविड के 3.46 करोड़ मामले सामने आए हैं, कोविड संक्रमित लोगों में से 4.6 लाख लोगों की मौत हुई है, जो कुल मामलों का 1.36% है.

उन्होंने कहा कि भारत में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर 25,000 कोविड मामले और 340 मौतें दर्ज की गई हैं, जो दुनिया में सबसे कम है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का बयान

मंडाविया ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में कमजोर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए काम चल रहा है. स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे की अनदेखी करने वाली पिछली सरकारों को दोष दिए बिना, हमारी सरकार ने इसे मजबूत करने पर काम किया. पिछले दो वर्षों में, पीएम मोदी के नेतृत्व में लिए गए निर्णय दिखाते हैं कि यह सरकार इच्छाशक्ति के साथ काम करती है, शक्ति से नहीं.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत में कोविड-19 का पहला मामला 13 जनवरी 2020 को केरल में सामने आया. लेकिन केंद्र द्वारा गठित संयुक्त निगरानी समिति की पहली बैठक 8 जनवरी 2020 को हुई थी. इसका मतलब है कि हम सतर्क थे, मामला दर्ज होने से पहले एक समिति बनाई गई थी और इसने काम करना शुरू कर दिया था.

यह भी पढ़ें- Omicron वेरिएंट : लोक सभा में हो रही चर्चा, सांसदों ने रखी विस्तृत राय

नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में कोरोना महामारी पर हुई चर्चा का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि भारत में अब तक कोविड के 3.46 करोड़ मामले सामने आए हैं, कोविड संक्रमित लोगों में से 4.6 लाख लोगों की मौत हुई है, जो कुल मामलों का 1.36% है.

उन्होंने कहा कि भारत में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर 25,000 कोविड मामले और 340 मौतें दर्ज की गई हैं, जो दुनिया में सबसे कम है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का बयान

मंडाविया ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में कमजोर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए काम चल रहा है. स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे की अनदेखी करने वाली पिछली सरकारों को दोष दिए बिना, हमारी सरकार ने इसे मजबूत करने पर काम किया. पिछले दो वर्षों में, पीएम मोदी के नेतृत्व में लिए गए निर्णय दिखाते हैं कि यह सरकार इच्छाशक्ति के साथ काम करती है, शक्ति से नहीं.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत में कोविड-19 का पहला मामला 13 जनवरी 2020 को केरल में सामने आया. लेकिन केंद्र द्वारा गठित संयुक्त निगरानी समिति की पहली बैठक 8 जनवरी 2020 को हुई थी. इसका मतलब है कि हम सतर्क थे, मामला दर्ज होने से पहले एक समिति बनाई गई थी और इसने काम करना शुरू कर दिया था.

यह भी पढ़ें- Omicron वेरिएंट : लोक सभा में हो रही चर्चा, सांसदों ने रखी विस्तृत राय

Last Updated : Dec 3, 2021, 4:26 PM IST
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