पटना: बिहार में कोरोना मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या के बीच जो सामने सामने आई है वह हैरान करने वाली है. पटना एम्स में एक साथ 384 स्वास्थ्य कर्मियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है
लिहाजा अस्पताल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ी हुई है. जिन स्वास्थ्य कर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उसमें डॉक्टर्स से लेकर नर्स तक शामिल हैं.
बुधवार को बिहार में पहली बार 10 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं. इस बीच पटना एम्स में कोरोना 'विस्फोट' हुआ है. एम्स में 384 डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. ऐसी स्थिति में अब एम्स का संचालन करने में मुश्किलें आ सकती हैं.
साथ ही मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि पटना एम्स में नर्सिंग स्टाफ, मेडिकल स्टुडेंट्स, डॉक्टर्स के अलावे आउटसोर्सिंग मिलाकर कुल 3800 स्वास्थ्य कर्मी कार्यरत हैं.
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बात सिर्फ पटना एम्स तक समित नहीं है, पीएमसीएच में प्राचार्य सहित 70 स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित होने से जांच और इलाज प्रभावित हो गया है. ऐसी स्थिति में इस अस्पताल की ओपीडी को भी संचालित करना मुश्किल हो गया है. यहां तैनात डॉक्टरों का कहना है कि धीरे-धीरे ज्यादातर लोग बीमारी की चपेट में आते जा रहे हैं ऐसी स्थिति में यहां काम करना मुश्किल हो गया है.