बेंगलुरु/मुंबई : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की 'जन आशीर्वाद यात्रा' (Janashirvada Yatra) के दौरान कर्नाटक और महाराष्ट्र में कोविड-19 नियमों के उल्लंघन के मामले सामने आए हैं. महाराष्ट्र में इस संबंध में छह मामले दर्ज किए गए.
कर्नाटक की बात की जाए तो केंद्रीय मंत्री नारायणस्वामी जब बेंगलुरु-होसुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गृह नगर अनेकल पहुंचे तो हादसा हो गया. यहां पटाखे फोड़े गए जिससे एक बाइक में आग लग गई. प्रशंसकों ने तुरंत आग बुझाई. यहां यात्रा के दौरान लोगों ने कोरोना नियम तोड़े. बड़ी संख्या में लोग बिना मास्क पहने यात्रा में शामिल हुए, सामाजिक दूरी का भी ख्याल नहीं रखा.
केंद्रीय मंत्री भी बिना मास्क पहने जुलूस में शामिल हुए. ट्रैफिक जाम की स्थिति भी बनी रही. यही नहीं, शहर के प्रमुख क्षेत्रों में महात्मा गांधी, राजाराम मोहन राय और अंबेडकर की प्रतिमा के सामने फ्लेक्स लगाए गए थे. सोशल मीडिया पर इसका विरोध हो रहा है.
पालघर में मामले दर्ज
उधर, महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की 'जन आशीर्वाद यात्रा' के आयोजकों के खिलाफ पालघर जिले के वसई और विरार इलाकों में छह मामले दर्ज किए गए हैं. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने कहा कि यात्रा शनिवार को आयोजित की गई थी और मानिकपुर, तुलिंज, काशीमीरा, वालिव, वसई और विरार पुलिस थानों में कोविड-19 मानदंडों और निषेधाज्ञा के उल्लंघन से संबंधित मामले दर्ज किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि आयोजकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), महामारी रोग अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों के तहत आरोप लगाए गए हैं. हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
गौरतलब है कि भाजपा कार्यकर्ता, सांसद, राज्य के मंत्री एवं पार्टी पदाधिकारी जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल हो रहे हैं. हालिया चुनावों में भाजपा की जीत के लिये लोगों का धन्यवाद करने के अलावा इसका मकसद लोगों के साथ संवाद स्थापित करना भी है.
पढ़ें- जन आशीर्वाद यात्रा में कोविड नियमों का उल्लंघन, भाजपा नेताओं पर FIR
यह भी पढ़ें- जन आशीर्वाद यात्रा के लिए ओडिशा पहुंचे अश्विनी वैष्णव और धर्मेंद्र प्रधान