नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने आशा जताई है कि हैदराबाद (Hyderabad) स्थित भारत बायोटेक (Bharat Biotech) को जल्द ही कोवैक्सीन (Covaxin) के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से आपातकालीन उपयोग सूची (Emergency Use Listing) में जगह मिल जाएगी.
कोविड-19 (Covid-19) की नेशनल टास्क फोर्स (National Task Force) के अध्यक्ष और नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल (Dr V K Paul) ने कहा, 'हम भारत बायोटेक और विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ लगातार काम कर रहे हैं. डेटा साझा करने की प्रक्रिया चल रही है और हमें विश्वास है कि यह जल्द ही होगा.'
डॉ. पॉल प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'सरकार ने छोटे बच्चों के इलाज के लिए नैदानिक-दिशानिर्देशों को मंजूरी दी है.
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को-वैक्सीन को मिली 11 देशों से मंजूरी
बता दें को-वैक्सीन (Covaxin) को पहले ही 11 देशों से नियामक की मंजूरी मिल चुकी है, जबकि सात अन्य देशों की 11 कंपनियों ने भी कोवैक्सीन के प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और उत्पादन के लिए इच्छा जाहिर की है.
छोटे बच्चों के टीकाकरण के संबंध में, डा. पॉल ने कहा कि भारत में वैक्सीन निर्माता इस मामले पर ट्रायल कर रहे हैं. ऐसे बच्चों की संख्या देश में 13 से 14 करोड़ हैं, जिसके लिए हमें 26 करोड़ वैक्सीन की जरूरत है.
डा. पॉल ने फाइजर सहित विदेशी टीकों की उपलब्धता का भी जिक्र करते हुए कहा, 'हमें पहले वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने और साथ ही बच्चों को टीका लगाने से पहले डेटा का विश्लेषण करने की जरूरत है.'
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हैदराबाद स्थित निर्माता बायोलॉजिकल-ई (Biological-E) से कोविड-19 टीकों की खरीद का जिक्र करते हुए डा. पॉल ने कहा 'कंपनी के पास प्रति माह 75 मिलियन खुराक का उत्पादन करने की क्षमता है, इससे निश्चित रूप से देश को टीकाकरण करने में बड़ी मदद मिलेगी, क्योंकि हमारा लक्ष्य दिसंबर तक अपने सभी नागरिकों का टीकाकरण करना है.'
बायोलॉजिकल-ई बनाएगा वैक्सीन
बता दें, स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीन की 30 करोड़ खुराकें आरक्षित करने के लिए बायोलॉजिकल-ई से उसके प्रबंधन करने को अंतिम रूप दे दिया है. बायोलॉजिकल-ई अगस्त-दिसंबर (2021) तक इन खुराकों का निर्माण कर स्टोर करेगा. इसके लिए मंंत्रालय कंपनी को 1500 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान भी करेगी.
डॉ. पॉल ने जोर देकर कहा कि बुजुर्गों का टीकाकरण अभी भी सरकार की प्राथमिकता है, क्योंकि 60 वर्ष से अधिक उम्र के 43 प्रतिशत लोगों को ही टीका लगाया गया है. त्रिपुरा, राजस्थान जैसे राज्यों में इस विशेष आयु वर्ग के 80 प्रतिशत लोगों का अधिक टीकाकरण हो गया है, जबकि तेलंगाना जैसे कई राज्यों में प्रयास किए जा रहे हैं.
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डा. पॉल ने आगे कहा, 'भारत में 17.2 करोड़ लोगों को वैक्सीन की एक खुराक दी जा चुकी है, जबकि अमेरिका ने 16.9 करोड़ और ब्रिटेन ने 3.95 करोड़ लोगों को टीका लगाया है.'
बता दें, वैश्विक स्तर पर 10 लाख पर 245 लोगों की मौत के आंकड़े पर भारत की स्थिति अन्य देशों के मुकाबले बेहतर है. कोविड से मरने वालों का वैश्विक आंकड़ा 477 है, जबकि ब्राजील में 2100 और अमेरिका में यह आंकड़ा 1838 है.
संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने क्या कहा
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, 'भारत में कोरोना का रूप बदल रहा है और कई राज्यों में पॉजिटिव मामलों में लगातार गिरावट और रिकवरी दर में सुधार देखा जा रहा है. अब तक वैक्सीन की 22.41 करोड़ खुराक दी जा चुकी है.'
बता दें, देश में 7 मई को चरम सीमा के बाद से कोरोना के मामलों में लगातार कमी आ रही है. 28 मई से देश में दैनिक दो लाख से भी कम मामले सामने आए है और इसमें 7 मई से लगभग 68 फीसदी की गिरावट हुई है.
29 अप्रैल और 5 मई के बीच, देशभर के 538 से ज्यादा जिलों में दैनिक 100 से अधिक नए मामले सामने आ रहे थे, जिनकी संख्या 27 मई से 2 जून के बीच अब जिलों की संख्या 257 हो गई है.
लव अग्रवाल ने आगे बताया कि देश में सक्रिय मामलों में भी 10 मई को चरम सीमा के बाद से 21 लाख से अधिक की कमी देखी गई है, जिसमें 56 फीसदी की गिरावट हुई है.
पिछले 24 घंटों में नए मामलों की तुलना में 74,707 और मरीज ठीक हुए हैं और पिछले 24 घंटों में 32 राज्यों में नये मामले कम हुए हैं और रिकवरी रेट बढ़ा है. पिछले 7 दिनों से दैनिक पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से कम हो गया है. अब पिछले 24 घंटो में दैनिक पॉजिटिविटी रेट 6.38 है.
उन्होंने कहा कि देशभर के 377 जिलों में फिलहाल 5 फीसदी से भी कम मामले सामने आ रहे हैं. निजी अस्पतालों द्वारा मनमानी फीस वसूले जाने के बारे में पूछे जाने पर अग्रवाल ने कहा कि संबंधित राज्य सरकारों के पास ऐसी घटनाओं के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है.
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