चेन्नई : मद्रास उच्च न्यायालय (Madras High Court) ने तमिलनाडु में छह अप्रैल को हुए विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में तीन उम्मीदवारों की जीत को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर निर्वाचन आयोग को सोमवार को नोटिस जारी किया. उन तीन उम्मीदवारों में जलसंसाधन मंत्री दुरईमुरुगन भी शामिल हैं. न्यायाधीश वी भारतीदासन ने जीत हासिल कर चुके उम्मीदवारों और निर्वाचन आयोग को नोटिस जारी किया है.
दरअसल, कटापड़ी, वीरालीमलई और पेरुनदुरई विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव हार चुके उम्मीदवारों ने दुरईमुरुगन, सी विजयभास्कर और एस जयकुमार की इन क्षेत्रों से जीत को चुनौती दी है. इनमें से विजयभास्कर और एस जयकुमार अखिल भारतीय द्रविड़ मुनेत्र कषगम से हैं.
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अपनी याचिका में गुदियातम से अन्नाद्रमुक (All India Anna Dravida Munnetra Kazhagam-AIADMK) उम्मीदवार वर रामू ने कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वी दुरईमुरुगन ने 746 मतों के अंतर से चुनाव जीता था.
उन्होंने याचिका में आरोप लगाया कि डाक मतपत्रों की गणना निर्वाचन नियमों के तहत नहीं की गई. वहीं, पुडुकोट्टाई जिले के वीरालीमलई में विजयभास्कार से पराजित हुए द्रमुक उम्मीदवार एम पलानिअप्पन ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के निर्वाचन को चुनौती दी है.
तीसरी याचिका केडीएमके उम्मीदवार के के सी बालु की ओर से दाखिल की गई है, जिन्होंने द्रमुक के टिकट पर चुनाव लड़ा था और वह अन्नाद्रमुक उम्मीदवार जयकुमार से पराजित हुए थे.
(पीटीआई-भाषा)