वाराणसी: ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में आज अलग-अलग प्रकरण में सुनवाई की जाएगी. सबसे पहले और महत्वपूर्ण सुनवाई वाराणसी के जिला जज डॉ. अजय कृष्णा विशेष की अदालत में होगी. यह सुनवाई वर्तमान चल रहे एएसआई सर्वे की मियाद को आगे बढ़ाने को लेकर है. इसकी याचिका 2 सितंबर को एएसआई टीम के द्वारा कोर्ट में दाखिल की गई थी और 8 सप्ताह का समय मांगा गया था. आज निश्चित होगा कि कोर्ट इस प्रकरण में डेट आगे बढ़ाएगा या नहीं. वहीं, राखी सिंह की तरफ से कमीशन कार्रवाई के दौरान जुलाई 2022 में वजूखाने में मिले करते शिवलिंग और पूरे परिसर की जांच भी सर्वे टीम से कराए जाने की मांग की याचिका पर भी सुनवाई की जाएगी. इसके अलावा अखिलेश यादव ओवैसी के द्वारा दिए गए बयान पर उन पर मुकदमा दर्ज करने को लेकर दी गई वरिष्ठ वकील की याचिका पर भी सुनवाई कोर्ट करेगा.
दरअसल, बीती 21 जुलाई के आदेश के बाद 4 अगस्त से शुरू हुए एएसआई सर्वे को एक महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है. सर्वे अभी जारी है लेकिन सर्वे की मियाद 2 सितंबर को ही पूरी हो गई है. कोर्ट के आदेश के मुताबिक 4 सप्ताह में सर्वे पूरा करके रिपोर्ट फाइल करनी थी लेकिन सर्वे की कार्रवाई अभी पूर्ण न होने की वजह से एएसआई की टीम ने 2 सितंबर को कोर्ट में एप्लीकेशन देकर 8 सप्ताह का अतिरिक्त समय मांगा है. इसे लेकर आज जिला जज के कोर्ट में सुनवाई होगी और यह निश्चित होगा कि तिथि आगे बढ़ाई जाएगी या नहीं.
वहीं, विश्व वैदिक सनातन संघ की तरफ से वादिनी राखी सिंह ने कोर्ट में एप्लीकेशन देकर कमीशन कार्रवाई के दौरान ज्ञानवापी परिसर में मिले कथित शिवलिंग की जांच सर्वे टीम के द्वारा कराए जाने की अपील भी कोर्ट से की है. यह एरिया कमीशन कार्रवाई के दौरान वादी पक्ष की तरफ से शिवलिंग मिले जाने की बात कहते हुए सील करने की अपील की गई थी. जिस पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इस पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया है और सर्वे की कार्रवाई इसे छोड़कर परिसर के बाकी हिस्सों में की जा रही है, लेकिन राखी सिंह ने सर्वे के द्वारा इस हिस्से की भी जांच कराए जाने की मांग की है जिस पर आज सुनवाई होगी.
इसके अलावा एमपी एमएलए विशेष कोर्ट में वरिष्ठ वकील हरिशंकर पांडेय की याचिका पर भी अखिलेश यादव और ओवैसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की एप्लीकेशन पर सुनवाई होगी. यह एप्लीकेशन पहले कोर्ट के द्वारा खारिज कर दी गई थी जिसकी पुनः निगरानी याचिका डायल की गई है. जिस पर सुनवाई हो रही है वादी का आरोप है कि ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग को अखिलेश यादव और ओवैसी बार-बार कह कर लोगों की भावनाओं को आहत कर रहे हैं.
इसके अलावा मस्जिद की देखरेख करने वाली कमेटी और उससे जुड़े तमाम पदाधिकारी समय लगभग 2000 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. जिसमें यहां आरोप लगाया गया है कि वह पूजा स्थल है और उसके बाद भी वहां लोग वजूखाने के नाम पर गंदगी फैला रहे और बार-बार उसे शिवलिंग को फवारा कह कर लोग सनातनियों की भावनाओं को आहत कर रहे हैं. इसलिए सभी पर एफआईआर दर्ज की जाए इस मामले में सुनवाई जा रही है और आज इस प्रकरण में अपना निर्णय भी दे सकता है.
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