हैदराबाद : प्रत्येक धरोहर स्थल उस देश विशेष की संपत्ति होती है. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का हित भी इसी में होता है कि वे आनेवाली पीढियों के लिए और मानवता के हित के लिए इनका संरक्षण करें. बल्कि पूरे विश्व समुदाय को इसके संरक्षण की जिम्मेवारी होती है.
आपकाे बता दें कि कुल मिलाकर, यूनेस्को की सूची में विश्व धरोहर स्थलों (World Heritage sites) के रूप में 167 देशों में 1,155 स्मारक शामिल हैं. यूनेस्को समिति की नई घोषणा से पता चला है कि इटली में अब 58 विश्व धरोहर स्थल हैं. जाे इसे चीन (China) से आगे की श्रेणी में रखता है, जिसके पास वर्तमान में 56 विश्व धरोहर स्थल हैं.
ऐसे में इटली में अब यूनेस्को (UNESCO) की विश्व धरोहर स्थलों की संख्या सबसे ज्यादा है. यूनेस्को समिति द्वारा वार्षिक घोषणा के बाद, देश में अब 58 विश्व धरोहर स्थल हैं.
यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सबसे अधिक संख्या वाले देश
देश | हेरिटेज स्थलाें की संख्या |
इटली | 58 |
चीन | 56 |
जर्मनी | 51 |
स्पेन | 49 |
फ्रांस | 49 |
भारत | 40 |
मेक्सिको | 35 |
यूके | 33 |
रूस | 30 |
ईरान | 26 |
आपकाे बता दें कि युनेस्को विश्व धरोहर स्थल ऐसे विशेष स्थानों (जैसे वन क्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन, या शहर इत्यादि) को कहा जाता है, जो विश्व धरोहर स्थल समिति द्वारा चयनित होते हैं और यही समिति इन स्थलों की देखरेख युनेस्को के तत्वाधान में करती है.
इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के ऐसे स्थलों को चयनित एवं संरक्षित करना होता है जो विश्व संस्कृति की दृष्टि से मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं.
कुछ खास परिस्थितियों में ऐसे स्थलों को इस समिति द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है.
इसे भी पढ़ें : UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज : भारत के 39 स्थल हैं वैश्विक धरोहर, जानिए इनकी खासियत