डूंगरपुर : भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायक राजकुमार रोत आज शादी के बंधन में बंध गए. विधायक की बारात शहर से सटे कुशाल मगरी गांव में पंहुची. शादी विधायक की होने के कारण यहां बारातियों की भारी भीड़ होने के बावजूद कोविड गाइड का पालन करवाने का दंम्भ भरने वाला प्रशासन मूकदर्शक नजर आया और खुलेआम गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई गईं.
बीटीपी से चौरासी विधायक राजकुमार रोत की बारात रविवार सुबह पाडली सांसरपुर गांव से दो गाड़ियों में रवाना हुई, जो डूंगरपुर शहर से सटे कुशालमगरी गांव पंहुची. इंडस्ट्रीयल एरिया मोड़ पर दूल्हा बने विधायक राजकुमार रोत घोड़ी पर चढ़े. यहां दो घोड़ियों का इंतजाम किया गया था, जिसमें से एक पर विधायक बैठे, तो वहीं दूसरी घोड़ी पीछे चल रही थी. इस दौरान आगे पीछे सैकड़ों लोग बारात में शामिल हुए. जिसमें से कई लोगों ने मास्क भी लगा हुआ नहीं था.
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बारात दुल्हन के घर के नजदीक पंहुची तो यहां दुल्हन परिवार के लोगों ने उनका रीति रिवाज के साथ स्वागत किया. इसके बाद फूलों की बारिश से स्वागत करते हुए दूल्हे विधायक सहित बारात को एक घर पर उतारा गया, जहां सामाजिक रस्में पूरी हुईं. शादी के इस कार्यक्रम में सैकड़ों लोग पंहुचे थे. वहीं, भीड़ को देखते हुए दो बड़े-बड़े पंडाल भी तैयार किए गए थे. शादी विधायक की होने के कारण कोविड गाइडलाइन का पालन करवाने वाला प्रशासन नदारद नजर आया, जबकि शनिवार को शहर के एक उद्योगपति के बेटे की शादी में कोविड गाइड का पालन करवाने कलेक्टर पंहुचे थे और मौके पर लोगों की ज्यादा संख्या देखकर 25 हजार का जुर्माना और एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश भी दिए थे.
राजकुमार रोत ने कहा कि विधायक होकर मैं बहुत ही कम बारातियों को लेकर आया हूं, तो दूसरे लोगों को भी चाहिए की शादी सीमित दायरे में परिवार के लोगों की मौजूदगी में ही करवाएं.
उन्होंने कहा कि उनकी शादी में हजारों लोगों के आने की उम्मीद थी, लेकिन उन लोगों तक यह मैसेज पहुंचाया गया कि कोविड के कारण वे शादी में नहीं आएं. परिवार के कई लोग इस शादी में नहीं आ पाए, क्योंकि प्रत्येक परिवार में 7 से 8 लोग हैं और उनमें से हर परिवार से केवल 2 लोग ही बारात में आए हैं. विधायक ने शादी करने वाले दूसरे लोगों से भी कोविड गाइडलाइन की पालन करने की अपील की.