बेंगलुरु: ई-मेल के जरिए पूर्व छात्रों को गूगल मैप पर वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद का नाम बदलकर ज्ञानवापी मंदिर करने संबंधी विवाद पर स्कूल ने सफाई दी है. स्कूल ने कहा कि उक्त ई-मेल बिना उचित जांच प्रक्रिया के भेजा गया. उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले यहां एक निजी स्कूल के पूर्व छात्रों को ई-मेल भेजा गया था जिसमें स्थान का नाम बदलने की प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी और निर्देश दिए गए थे. इस ईमेल की पूर्व छात्रों के एक धड़े और सोशल मीडिया उपयोकर्ताओं ने कड़ी निंदा की थी.
कथित ई-मेल में कहा गया था, 'आप से यह करने (गूगल मैप पर नाम बदलने) का अनुरोध किया जाता है. साथ ही हमारे हिंदू भाइयों और बहनों से भी तब तक करने का अनुरोध किया जाता है जब तक गूगल यह बदलाव (नाम बदलने को) कर नहीं देता.' करीब 50 साल पुराना होने का दावा करते हुए न्यू होराइजन पब्लिक स्कूल ने यहां जारी बयान में कहा कि वह विविधता का सम्मान करता है और छात्रों के लिए सुरक्षित और समावेशी माहौल को बढ़ावा देता है.'
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स्कूल ने कहा, 'कुछ धार्मिक आस्थाओं का असम्मान करते हुए ई-मेल भेजने की खबरें हमारें संज्ञान में आई हैं और उच्च प्राथमिकता के साथ इस मुद्दे को देखा जा रहा है. हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि उक्त ईमेल को हमारे सभी ई-मेल संवाद के लिए तय जांच प्रक्रिया के बिना भेजा गया.' बयान में कहा गया, 'हम भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता पर गर्व महसूस करते हैं. साथ ही इसका अनुपालन प्रत्येक दिन और स्कूल की हर गतिविधि में करते हैं.'