बेंगलुरु : कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार (Karnataka Deputy Chief Minister D. K. Shivakumar) ने शनिवार को कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार को गिराने की भाजपा की साजिश काम नहीं करेगी. शिवकुमार ने हैदराबाद रवाना होने से पहले शहर में पत्रकारों से बातचीत की. कांग्रेस विधायक गनीगा रवि की इस संबंध में की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, 'हम इस साजिश को जानते हैं. इसके पीछे प्रमुख नेता हैं. हालांकि, कुछ भी काम नहीं आएगा.'
उन्होंने कहा कि वह पार्टी विधायकों से अनुरोध करेंगे और चेतावनी देंगे कि वे पार्टी के आंतरिक मामलों, सरकार और सत्ता साझेदारी पर मीडिया के सामने बयान जारी न करें. शिवकुमार ने कहा कि चेतावनी के बावजूद अगर वे फिर भी बयान देते हैं तो उन्हें नोटिस जारी करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है. कर्नाटक कांग्रेस विधायक गनीगा रवि ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्य में कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है और उनके सहयोगियों को 50 करोड़ रुपये और एक मंत्री पद की पेशकश की जा रही है.
दावणगेरे में पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधायक गनीगा रवि ने बीजेपी का नाम लिए बिना कहा था कि वे पहले ही कांग्रेस के चार विधायकों से मिल चुके हैं और उनसे बात कर चुके हैं. एक व्यक्ति जो संपर्क कर रहा है और पेशकश कर रहा है, वह बीएस येदियुरप्पा के पूर्व निजी सचिव एनआर संतोष हैं. विशेष रूप से, संतोष ने जद (एस) कांग्रेस गठबंधन सरकार में असंतुष्ट विधायक और मंत्रियों से संपर्क स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
भाजपा 17 विधायकों और मंत्रियों को अपने साथ लाने में कामयाब रही, जिसके चलते गठबंधन सरकार गिर गई. तब बीजेपी एकल बहुमत वाली पार्टी थी. वर्तमान में, 224 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा पार्टी के पास केवल 66 विधायक हैं. कांग्रेस पार्टी ने 136 सीटें जीती थीं. विधायक रवि ने समझाया, 'संतोष ने जद (एस) पार्टी से चुनाव लड़ा और हार गए. फिर भी उन्होंने सबक नहीं सीखा. वह दावा कर रहे हैं कि सरकार गिरा दी जाएगी और विधायक खरीद लिए जाएंगे. इसी तरह कई प्रयास कर रहे हैं. हमारे पास उनके वीडियो हैं. इस घटनाक्रम को सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के संज्ञान में लाया गया है.'
उन्होंने कहा, 'हमारी पार्टी के जिन ईमानदार विधायकों से संपर्क किया गया था, वे तुरंत हमारे पास वापस आए और विवरण साझा किया. उन्होंने वरिष्ठों के साथ-साथ नए विधायकों से भी मुलाकात की थी. पार्टी के किसी भी विधायक ने हार नहीं मानी. जल्द ही इस संबंध में वीडियो और रिकॉर्ड जारी किए जाएंगे.' 'वे 50 करोड़ रुपये की पेशकश कर रहे हैं और विधायकों से कह रहे हैं कि उन्हें मंत्री बनाया जाएगा. विधायकों से कहा जा रहा है कि उन्हें नई दिल्ली भेजा जाएगा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कराई जाएगी.'
उन्होंने कहा कि विधायकों से संपर्क करने वाले लोगों ने यह भी कहा कि वे उनके साथ यात्रा नहीं करेंगे और लोग उन्हें ले जाएंगे. विधायक रवि ने आगे कहा कि पूरा ऑपरेशन हवाला लेनदेन जैसा लग रहा है. उन्होंने समझाया, 'हमारे पास वीडियो और ऑडियो रिकॉर्ड हैं. वे मुझसे संपर्क नहीं कर रहे हैं क्योंकि मैं पार्टी से मजबूती से जुड़ा हुआ हूं. लेकिन, हमारे दोस्त हैं. ऐसा लगता है कि उनके पास काम नहीं है और वे विधायकों को खींचने के लिए हर दिन लगातार प्रयास कर रहे हैं. राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञ इसे संभाल रहे हैं.'
ये भी पढ़ें - CBI Investigation On DK Shivkumar: बीजेपी पर भड़के डीके शिवकुमार, कहा- एक भी सीबीआई अधिकारी ने नहीं की पूछताछ