नई दिल्ली : कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि के बीच शनिवार को मौजूदा हालात पर चर्चा की.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चल रही बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और सीडब्ल्यूसी के दूसरे सदस्य शामिल हुए.
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में कोरोना महामारी और इस स्थिति से निपटने के लिए उठाए जाने वाले जरूरी कदमों को लेकर चर्चा की गई. इसमें सरकार से जरूरी कदम उठाने की मांग को लेकर प्रस्ताव भी पारित किया जा सकता है.
कांग्रेस कोरोना महामारी की स्थिति से निपटने के सरकार के तौर-तरीकों को लेकर उसकी आलोचना करती रही है. सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण का विस्तार किया जाए.
टीकाकरण के लिए आयुसीमा घटाकर 25 साल करे सरकार: सोनिया
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति को लेकर शनिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि टीकाकरण के लिए आयुसीमा को घटाकर 25 साल किया जाए तथा अस्थमा, मधुमेह और कुछ अन्य बीमारियों से पीड़ित युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया जाए.
उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में यह भी कहा कि सरकार को कोरोना से निपटने के लिए जरूरी चिकित्सा उपकरणों और दवाओं को जीएसटी से मुक्त करना चाहिए तथा कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कदम उठाने पर गरीबों को प्रति माह छह हजार रुपये की मदद देनी चाहिए.
सोनिया ने बड़ी संख्या में लोगों के कोरोना वायरस संक्रमण के चपेट में आने और रोजाना सैकड़ों लोगों की मौत होने पर दुख जताते हुए कहा कि इस संकट की घड़ी में अपना कर्तव्य निभा रहे स्वास्थ्यकर्मियों एवं दूसरे कर्मचारियों को कांग्रेस सलाम करती है.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र का उल्लेख किया और आरोप लगाया कि कई जगहों पर टीकों, ऑक्सीजन और वेंटिलेंटर की कमी हो रही है, लेकिन सरकार चुप्पी साधे है.
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कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, सरकार को टीकाकरण के लिए अपनी प्राथमिकता पर पुनर्विचार करना चाहिए और आयुसीमा को घटाकर 25 साल करना चाहिए. अस्थमा, मधुमेह, किडनी और लीवर संबंधी बीमारियों से पीड़ित सभी युवाओं को टीका लगाया जाना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि टीकाकरण के लिए अभी न्यूतम आयुसीमा 45 साल निर्धारित है.