अमरावती : महाराष्ट्र में राजनीतिक पारा अचानक ही गर्म हो गया है. पहले उद्धव ठाकरे की पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात और उसके बाद देवेंद्र फडणवीस की शरद पवार से मुलाकात. किसका उद्देश्य क्या है, पता नहीं. इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने एक ऐसा बयान दिया है, जिससे सस्पेंस और गहरा गया है.
पटोले ने कहा कि उनकी पार्टी अगला विधानसभा का चुनाव अकेले लड़ेगी. उनका यह बयान इसलिए चौंकाने वाला है, क्योंकि अभी कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी की मिलीजुली सरकार है.
नाना पटोले शुक्रवार को पश्चिम विदर्भ के दौरे पर हैं. उन्होंने कोरोना प्रभावित इलाकों का दौरा किया. इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कई ऐसे जवाब दिए, जिसके राजनीतिक मायने दूर तक जाने वाले हैं. वह दरियापुर इलाके में थे.
उन्होंने कहा कि अगर शरद पवार और प्रशांत किशोर की मुलाकात हुई है, तो इसमें क्या हर्ज है. अगर भारतीय जनता पार्टी के विरोध को लेकर बैठक हुई, तो और भी अच्छा. हम तो भारतीय जनता पार्टी के जन्म से ही विपक्ष में रहे हैं. लेकिन आने वाले विधानसभा चुनाव और स्थानीय चुनाव हम अकेले लड़ेंगे.
उन्होंने पीएम मोदी पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि मोदी ने पीएम पद की गरिमा गिराई है. हमारे यहां साधारण कार्यकर्ता विधायक बनते हैं. बहुत सारे ऐसे विधायक हैं, जो कांग्रेस ज्वाइन करना चाहते हैं. मेरे पास लंबी सूची है. आखिरकार कार्यकर्ता ही नेता बनाते हैं.
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पटोले ने कहा कि कांग्रेस अमरावती का चुनाव लड़ेगी. आपको बता दें कि महाराष्ट्र उच्च न्यायालय ने अमरावती के निर्दलीय सांसद नवनीत राणा के जाति प्रमाण पत्र को खारिज कर दिया है. इसलिए पटोले ने उप चुनाव का कयास लगाया है. वैसे, नवनीत राणा ने घोषणा कर दी है कि वह इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे.