रायपुर: भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान लगातार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश के अलग अलग विधानसभाओं में जा रहे हैं. करोड़ों रुपए की बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं. विभिन्न क्षेत्रों में पुल पुलिया, सड़क, सामुदायिक भवन, स्कूल सहित कई कामों की घोषणा भी कर रहे हैं. हालांकि मुख्यमंत्री की घोषणाओं के पूरे होने को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. भाजपा का कहना है कि "जब रिपोर्ट कार्ड देने का समय आया तो भूपेश सरकार घोषणाएं कर ड्रामेबाजी कर रही है और लोकार्पण भी उनका कर रहे हैं, जिसे रमन सरकार ने बनाया था." कांग्रेस सरकार का कहना है कि "हमें जनता रिपोर्ट कार्ड दे रही है और चुनाव में भी वही रिपोर्ट कार्ड देगी." बहरहाल घोषणाओं से कांग्रेस को विधानसभा चुनाव 2023 में फायदा होगा या नुकसान, आइए जानते हैं.
बीजेपी का आरोप-रिपोर्ट कार्ड देने के समय सौगात की ड्रामेबाजी: भेंट मुलाकात कार्यक्रम को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा का कहना है कि "साढ़े 4 साल में कांग्रेस ने केवल भाजपा द्वारा बनाए गए चौक चौराहों का रंग रोगन कर उद्घाटन का ड्रामा किया. साढ़े 4 साल में कुछ नहीं किया तो साढ़े 4 महीने में क्या कर लेंगे. जनता समझ चुकी है."
सीएम बोले-जनता से हमको मिल रहा रिपोर्ट कार्ड: भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "रिपोर्ट कार्ड तो हमको भेंट मुलाकात कार्यक्रम में ही मिल रहा है. तभी आपने देखा जितनी योजनाएं बनाएं, सब में लाभ मिला है. चाहे शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण क्षेत्रों, सभी योजनाओं की बात करते हैं और सब को लाभ मिला है. हमारी सरकार से सभी लोग खुश हैं."
'भेंट मुलाकात है चुनावी राजनीतिक स्टंट': विधानसभा चुनाव को चंद महीने ही शेष रह गए हैं. ऐसे में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान की गई घोषणा को वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा राजनीतिक स्टंट बताते हैं. उचित शर्मा ने कहा कि "यह समस्या आज की नहीं है, पहले से चली आ रही है. इसे पूर्व में भी पूरा किया जा सकता था. हो सकता है कि इसी बात का इंतजार किया जा रहा था कि यह सारी घोषणा मुख्यमंत्री स्वयं करें, जिससे पार्टी को बेनिफिट मिल सके. चंद महीने बाद चुनाव है. ऐसे में इसका राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कांग्रेस की ओर से की जा रही है."
भेंट मुलाकात जैसे कार्यक्रमों से वोटर होते हैं आकर्षित: भेंट मुलाकात कार्यक्रम और इस दौरान की गई घोषणाओं का वोटरों पर क्या प्रभाव पड़ता है, इस पर उचित शर्मा ने कहा कि "निश्चित तौर पर इसका प्रभाव वोटरों पर पड़ता है. इसका चुनाव में भी असर देखने को मिलेगा, जिसका सीधा लाभ कांग्रेस सरकार होगा. क्योंकि भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान लोगों को विकास की कथा दिखाई जाती है. वोटर उसे देखकर आकर्षित होते हैं. योजना, नीति जो दिखाई नहीं देती है, उस पर ज्यादा जोर नहीं दिया जाता. लेकिन जो सीधे लोगों की नजरों में आने वाली चीजें है, भूमि पूजन और निर्माण कार्य है, उसे ध्यान में रखकर भेंट मुलाकात के दौरान कार्यक्रम तैयार किए जाते हैं."
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सीएम ने मई 2022 से की थी भेंट मुलाकात की शुरुआत: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मई 2022 से भेंट मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत की. कार्यक्रम के दौरान सीएम छत्तीसगढ़ के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में दौरा करते हैं, वहां की समस्याएं सुनते और उसी विधानसभा क्षेत्र में रात्रि विश्राम करते हैं. फिर अगली सुबह दूसरी जगह के लिए रवाना हो जाते हैं. यह कार्यक्रम निरंतर जारी है, अब तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगभग 70 से ज्यादा विधानसभा का दौरा कर चुके हैं और करोड़ों अरबों रुपए की सौगात प्रदेश की जनता को दे चुके हैं. विधानसभा चुनाव के पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में भेंट मुलाकात का कार्यक्रम करेंगे.