नई दिल्ली : कांग्रेस ने दिल्ली समेत देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक होने को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर जनता को 'लूटने' का आरोप लगाया. कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने की मांग की.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने यह दावा भी किया कि केंद्र सरकार ने पिछले सात वर्षों में पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क के जरिए 25 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं, लेकिन आम लोगों को वह कोई राहत नहीं दे रही है.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'आज मोदी सरकार सिर्फ 'सत्ता की भूख' मिटा रही है और कमरतोड़ महंगाई से 140 करोड़ देशवासियों की आय लूटती जा रही है. आज देश में पेट्रोल 100 रुपये के पार, खाने का तेल 200 रुपये के पार, रसोई गैस 850 रुपये के पार...., ऐसी रही मोदी सरकार!'
'भाजपा को 'महंगाई डायन' अब 'अप्सरा' दिख रही'
सुरजेवाला ने आरोप लगाया, 'भाजपा सरकार ने 'प्रजातंत्र की परिभाषा' ही बदल दी है. जनता को महंगाई की आग में झोंककर आमजन की आमदनी को मोदी सरकार नोच रही है और बस, अपने धन्ना सेठ दोस्तों की सोच रही है. सच यह है कि 'महंगाई डायन' अब भाजपाइयों को 'अप्सरा' सी नज़र आने लगी है.'
उन्होंने कहा, 'आज दिल्ली सहित 200 से अधिक शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर को पार कर गई हैं. डीज़ल की कीमत 90 रुपये प्रति लीटर को छू रही है. 1 जनवरी, 2021 से 7 जुलाई, 2021 तक ही मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीज़ल की कीमत 69 बार बढ़ाई.
सुरजेवाला ने दावा किया, 'अप्रैल 2014 से जून 2021 तक मोदी सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क के जरिए 25 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं.'
पढ़ें- अगर परफॉर्मेंस मापदंड तो सबसे पहले PM मोदी को हट जाना चाहिए: कैबिनेट विस्तार पर कांग्रेस
उनके मुताबिक, कांग्रेस-संप्रग सरकार से तुलना की जाए तो मोदी सरकार के सात साल के कार्यकाल में कच्चे तेल के दाम साल दर साल घटते गए और 140 करोड़ देशवासियों की जेब काटकर पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ते गए.
उन्होंने कहा, 'देश की जनता की ओर से मोदी सरकार को हम यही कहेंगे कि कीमतें कम करो या कुर्सी खाली करो.'