नई दिल्ली : कांग्रेस ने रविवार को मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में नौ वर्षीय दलित बच्ची के कथित बलात्कार और हत्या मामले पर अपनी 'चुप्पी' तोड़ें और उसके परिवार को त्वरित न्याय प्रदान करें.
विपक्षी दल ने यह भी आरोप लगाया कि ट्विटर ने भारत सरकार के 'दबाव' के कारण जल्दबाजी में काम किया और राहुल गांधी के ट्वीट को हटाने तथा पीड़ित परिवार की तस्वीरें डालने के लिए उनके खाते को 'निलंबित' करने का 'चुनिंदा' कदम उठाया क्योंकि कुछ अन्य अकाउंट जिस पर ऐसी ही तस्वीरें थीं, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, 'ट्विटर से मैं कहना चाहूंगी-डरो मत.'
उन्होंने कहा, 'यह कदम जल्दबाजी में उठाया गया. जो हुआ उससे हम बेहद निराश हैं. यह अत्यंत चुनिंदा कदम है. जो इंसाफ मांगते हुए परिवार के साथ खड़ा हो, आप उसका ट्वीट हटा दें और उसका ट्विटर अकाउंट ब्लॉक कर दें.' श्रीनेत और रागिनी नायक ने संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सरकार पर पीड़ित परिवार को सहायता नहीं देने का आरोप लगाया.
महिलाओं की सुरक्षा पर चर्चा होनी चाहिए : लांबा
कांग्रेस नेता अलका लांबा ने मांग की कि मॉनसून सत्र के दौरान संसद में महिलाओं की सुरक्षा पर चर्चा होनी चाहिए और एक दिन इसके लिए समर्पित किया जाना चाहिए. दिल्ली महिला कांग्रेस प्रमुख अमृता धवन ने समयबद्ध न्याय और छह महीने के भीतर दोषियों को मौत की सजा देने की मांग की. उन्होंने दावा किया कि अगर राहुल गांधी ने इस मुद्दे को नहीं उठाया होता तो अपराध को छिपाने का प्रयास किया जाता.
प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की 'चुप्पी' पर सवाल उठाते हुए श्रीनेत ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में इतना बड़ा अपराध हुआ है लेकिन सरकार की ओर से एक शब्द भी नहीं कहा गया है. श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, 'प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री चुप क्यों हैं? हमारी मांग है कि मोदी जी दिल्ली की घटना पर अपनी चुप्पी तोड़ें.'
राहुल गांधी के पीड़ित परिवार से मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस शासित राज्यों में दुष्कर्म के मामलों पर उनकी चुप्पी पर सवाल उठाया था. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया कि भाजपा सदस्यों और एनसीएससी के सदस्यों ने भी पीड़िता के माता-पिता की तस्वीरें ट्विटर पर डाली थीं.
सुरजेवाला ने ट्वीट कर साधा निशाना
सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'वाह मोदी जी, दो अगस्त को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) दिल्ली की अबोध बेटी के मां-बाप से मुलाकात कर उनकी फोटो ट्विटर पर लगाए तो सही. भाजपा की पूर्व सांसद व अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य तीन अगस्त को मां-बाप की फोटो ट्विटर पर लगाए, तो ठीक. और राहुल गांधी जी बेटी के लिए न्याय मांगे तो अपराध.'
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श्रीनेत और नायक ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला, सदस्य अंजुबाला भी दो अगस्त को पीड़ित परिवार से मिलने गए थे और उन्होंने दो और तीन अगस्त को ट्विटर पर परिवार की तस्वीरें साझा कीं लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
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(पीटीआई-भाषा)