शिमलाः हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन ही जमकर हंगामा देखने को मिला. सदन के स्थगन के बाद जैसे ही राज्यपाल गाड़ी में जाने लगे तो, विपक्ष के विधायकों ने पहले राज्यपाल का घेराव किया, उसके बाद गाड़ी का घेर लिया. गाड़ी को नहीं जाने दिया ओर गाड़ी के आगे लेट गए. इस दौरान सत्तापक्ष के विधायक और मंत्री भी पहुंचे ओर दोनों में धक्कामुकी हुई. विपक्ष राज्यपाल के पूरे अभिभाषण पढ़ने की मांग कर रहा था.
सदन में सुबह 11 बजे राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने करीब 16 मिनट तक अभिभाषण पढ़ा. इसी बीच विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री खड़े हुए और अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा बताया.
इस दौरान महंगाई के खिलाफ सदन में ही कांग्रेस के सदस्यों ने शोर शराबा करना शुरू कर दिया. हंगामे के दौरान भी राज्यपाल अभिभाषण पढ़ते रहे और बाद में अभिभाषण को पढ़ा हुआ मानकर सदन के पटल पर रख दिया गया. विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने सदन को सोमवार तक स्थगित कर दिया.
राज्यपाल आधे में ही अपना भाषण छोड़कर भागे : कांग्रेस
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण पूरी तरह से झूठ का पुलिंदा है. जो भी बातें अभिभाषण में कही गई हैं, उसमें कुछ भी नहीं है. इसके अलावा राज्यपाल आधे में ही अपना भाषण छोड़कर भाग रहे थे.
पहली बार राज्यपाल ने बीच में छोड़ा अभिभाषण
उन्होंने कहा कि आज महंगाई आसमान छू रही है. इस पर सरकार या राज्यपाल के अभिभाषण में कोई जिक्र नहीं किया गया है. इसको लेकर विपक्ष सदन में अपनी आवाज उठा रहा था, लेकिन राज्यपाल सुनने को तैयार नहीं थे. उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि राज्यपाल को अपना अभिभाषण बीच में छोड़ना पड़ा हो.
मंत्रियों के धक्का-मुक्की के आरोप
इसके अलावा अग्निहोत्री ने आरोप लगाए है कि विपक्ष के विधायकों के साथ मंत्रियों और बीजेपी के विधायकों के साथ ही पुलिस के जवानों ने धक्का-मुक्की की है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.