लखनऊ : पंजाब की ओर से पंजाब के कृषि मंत्री रणजीत सिंह लांबा और छत्तीसगढ़ की ओर से नगर विकास मंत्री शिवकुमार दहेरिया ने चेक लखीमपुर हिंसा के पीड़ित परिवारों को सौंपी. इस दौरान दोनों मंत्रियों ने केंद्र सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया.
साथ ही कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी की गिरफ्तारी नहीं होती और दोषियों को सजा नहीं मिलती, तब तक कांग्रेस इस मुद्दे को उठाती रहेगी और आंदोलन जारी रहेगा.
कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि जैसा कि अपने दौरे में राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने घोषणा की थी कि दोनों सरकारों की ओर से पीड़ित परिवारों को 50-50 लाख रुपए दिए जाएंगे. वो वादा पूरा किया जा रहा है.
पंजाब के मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि हमारी सरकार अभी किसान आंदोलन के दौरान मारे गए 157 किसानों के आश्रितों को सरकारी नौकरी दी है. लोगों को रोजगार दिया है. उन्होंने कहा कि लखीमपुर में जो हादसा हुआ है, उन परिवारों के साथ जो दुख हुआ है, उसमें हम उनके साथ हैं.
तीन काले कानून से नुकसान हुआ. मन में दर्द है. हम उन शहीदों को याद करते हैं. आज लोकतंत्र को लोग दबा रहे हैं. उन्होंने कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलेगी. तीन कानून वापस लिए जाएं. हर किसान बेहाल है. देश में किसान नहीं हैं, तो कुछ भी नहीं है.
छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री शिवकुमार दहरिया ने कहा कि देश किस दौर से गुजर रहा है. जिनकी सरकार है, उनका देश की आजादी में कोई योगदान नहीं था. ये लोग मुखबिरी किया करते थे. पूरे देश मे अराजकता है. किसानों के साथ हो रहे अन्याय को खत्म करने के लिए काम किया जाए.
केंद्रीय मंत्री का इस्तीफा और अन्य लोगों को सजा हो. उन्होंने कहा कि हमारे सीएम भूपेश बघेल किसान परिवार से हैं. हमारे राज्य में किसान खुशहाल हैं. जय जवान और जय किसान से ही देश आगे बढ़ेगा और जो नेतृत्व कर रहे हैं, वो देश बेच रहे हैं.
मृतक पत्रकार रमन कश्यप की पत्नी आराधना और मां संतोष कुमारी और पिता रामदुलारे कश्यप को चेक दिया गया. मृतक नक्षत्र सिंह जो कि धौरहरा के रहने वाले थे, उनकी पत्नी जसवंत कौर को लवप्रीत सिंह के ताऊ कुलवंत सिंह को दलबीर सिंह बहराइच की पत्नी परमजीत कौर और गुरुविंदर सिंह 18 साल के मोरनिया बहराइच के रहने वाले थे. उनके पिता सुखविंदर सिंह को चेक दिया गया.