वायनाड : लोकसभा में कारोबारी गौतम अडाणी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथित संबंध को लेकर राहुल गांधी ने जब से टिप्पणी की है, तब से मामले को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. राहुल के इस बयान को असंसदीय टिप्पणी करार करते हुए लोकसभा ने उन्हें नोटिस भी दे दिया है. इस नोटिस पर राहुल गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि संसद में उनकी तरफ से किसी प्रकार का गलत शब्द या टिप्पणी नहीं की गई है.
उन्होंने यह तक कहा, 'सदन में मैंने काफी शांति और तहजीब से अपनी बात रखी थी, कोई अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया था. मेरी तरफ से केवल तथ्य पेश किये गए थे.' राहुल का दावा है कि उनकी पूरे भाषण को एडिट कर दिया गया था. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अभी तो ऐसा लगने लगा है कि अडाणी और अंबानी की बात करना ही पीएम का अपमान है.
गौतम अडाणी के साथ कथित संबंध को लेकर प्रधानमंत्री पर करारा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि उन्हें (प्रधानमंत्री को) लगता है कि वह बहुत शक्तिशाली हैं, लेकिन उन्हें इसका एहसास नहीं है कि नरेंद्र मोदी वह आखिरी चीज होंगे, जिनसे मैं डरूंगा. अडाणी समूह की कंपनियों पर अमेरिकी शोध फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से जुड़े विषयों को उठाते हुए संसद में हाल में दिये अपने बयान को याद करते हुए राहुल ने यहां कहा कि उन्होंने जो कुछ कहा था, उस बारे में उनसे सबूत देने को कहा गया. उन्होंने यहां अपने निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही.
राहुल ने कहा, "...और मैंने संसद की कार्यवाही से हटाई गई मेरी प्रत्येक टिप्पणी के बारे में स्पीकर (लोकसभा अध्यक्ष) को लिखे पत्र में जानकारी दी है तथा सबूत दिये हैं." उल्लेखनीय है कि हाल में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान राहुल के संबोधन का एक बड़ा हिस्सा सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया था.
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(इनपुट-एजेंसी)