नई दिल्ली : संसद के बजट सत्र को दूसरे चरण में जहां एक ओर सत्ता पक्ष राहुल गांधी (congress leader rahul gandhi) से माफी की मांग पर अड़ा है, वहीं, कांग्रेस नेताओं का कहना है राहुल ने कुछ भी गलत नहीं कहा है, ऐसे में माफी का सवाल ही नहीं उठता है. इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस नेता संसद के दोनों सदनों में हंगामा कर रहे हैं. यूके में बयानों के बाद गुरुवार को राहुल गांधी पहली बार देश में मीडिया के सामने आए (Rahul Gandhi PC).
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A few days ago, I gave a speech in the house raising questions on Modiji & Adaniji, that speech was expunged. There wasn't anything in the speech that I didn't take out from public records: Congress MP Rahul Gandhi pic.twitter.com/K5lT7hakiW
— ANI (@ANI) March 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) March 16, 2023
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा नेताओं और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. हालांकि कहा कि संसद में जो आरोप लगाए गए हैं उनका जवाब पहले संसद में दूंगा. राहुल ने कहा कि सदन में बोलने का समय मांगा लेकिन नहीं मिला. राहुल ने कहा कि 'अडाणी मुद्दे पर पीएम डरे हुए हैं, ऐसे में नहीं लगता कि सदन में बोलने का मौका दिया जाएगा.'
राहुल गांधी ने कहा कि 'सदन में अपनी बात रखना चाहता हूं, लेकिन मौका नहीं मिल रहा.' राहुल ने कहा कि ये भारतीय लोकतंत्र की परीक्षा है कि बोलने दिया जाएगा या नहीं.
'अडाणी और पीएम के बीच रिश्ता क्या' : राहुल ने फिर सवाल उठाया कि अडाणी और पीएम का रिश्ता क्या है. राहुल ने कहा कि सरकार अडाणी मुद्दे पर डरी हुई है. ये पूरा मामला इस मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए है. राहुल ने कहा कि मुझे सदन में अपनी बात रखने का पूरा हक है.
यूके में दिए बयानों को लेकर सत्ता पक्ष के चार नेताओं के सवाल उठाने पर राहुल गांधी ने सवाल खड़े किए. इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सुबह संसद में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की और उनसे अनुरोध किया कि उन्हें बीजेपी द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में बोलने के लिए समय दिया जाए.
खड़गे बोले, माफी नहीं मांगेंगे राहुल : जेपीसी जांच की मांग करने के लिए 17 समान विचारधारा वाले दलों के एक समूह का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राहुल माफी नहीं मांगेंगे क्योंकि उन्होंने विदेशी धरती पर कुछ भी गलत नहीं कहा. उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्रियों ने जानबूझकर उनकी बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया.
खड़गे और पार्टी के विभिन्न प्रवक्ता पीएम मोदी द्वारा अपनी विदेश यात्राओं के दौरान की गई विभिन्न टिप्पणियों का हवाला देते हुए आरोप लगाते रहे हैं कि यह वास्तव में प्रधानमंत्री थे जिन्होंने देश के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी और अब उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.
खड़गे ने आरोप लगाया है कि भारत के संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में यह असामान्य था कि सत्तारूढ़ भाजपा संसद के दोनों सदनों को बाधित कर रही थी और सूचीबद्ध कार्यों को संचालित नहीं होने दे रही थी.
लंदन में राहुल की टिप्पणियों के अलावा, विपक्षी दल भी सरकार पर यह कहते हुए हमला कर रहे हैं कि उनके नेताओं को विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों द्वारा लक्षित किया जा रहा है, अडाणी समूह की कंपनियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिन पर बड़ी संख्या में छोटे निवेशकों को ठगने का आरोप लगाया गया है.
इसलिए मचा है घमासान : गौरतलब है कि राहुल गांधी ने लंदन में अपनी स्पीच के दौरान चीन की तारीफ की थी. यही नहीं उन्होंने कहा था कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है. यही नहीं राहुल ने कहा था कि उनका फोन निगरानी में रहा है. सरकार विपक्ष की आवाज दबा रही है.
उन्होंने आरोप लगाया था कि नोटबंदी, जीएसटी से जुड़ी समस्याएं, या किसान कानूनों या यहां तक कि भारत की सीमाओं पर चीनी आक्रमण जैसे विवादास्पद मामलों पर संसद में चर्चा नहीं होने दी जाती है. राहुल गांधी के बयानों को लेकर भाजपा नेताओं ने पलटवार किया था. भाजपा नेताओं का कहना था कि राहुल विदेश में भारत को बदनाम कर रहे हैं.
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