जयपुर. प्रदेश में कांग्रेस का हाई वोल्टेज ड्रामा लगातार जारी है (Congress On Social Media). आरोप प्रत्यारोप का दौर खूब चल रहा है.अब तक का जो घटनाक्रम है वो इशारा कर रहा है कि गहलोत के हाथों से शायद कुर्सी खिसक सकती है (high political drama In Rajasthan). हालांकि अभी ये सिर्फ अटकले हैं. खैर इन अटकलों के आधार पर ही कहा जा रहा है कि ऐसा हुआ तो गहलोत सरकार की योजनाएं भी प्रभावित होंगी. इस बीच सोशल मीडिया यूर्जस को एक अलग ही चिंता सता रही है. ये फिक्र है 5G मोबाइल की. जिसका एलान सीएम गहलोत पहली ही कर चुके हैं.
पॉलिटिकल सटायर की भरमार: माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर ऐसे Political Satire और जोक्स की भरमार है जो मौजूदा व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहे हैं. सोशल मीडिया यूजर दिव्या चौधरी ने ट्वीटर पर लिखा कि गहलोत जी आप CM रहो या न रहो लेकिन वो फ्री वाला मोबाइल देकर जाना साहब! इसी तरह से एक दूसरी यूजन ने लिखा है- सीएम रोजाना रोशनी वाला मोबाइल तो जरूर लेकर जाना गहलोत साहब , टेंशन मोबाइल की है सीएम की नहीं.
टेंशन सीएम की नहीं मोबाइल की: एक अन्य यूजर ने लिखा है कि गहलोत साहब आप सीएम रहो या न रहो , लेकिन फ्री वाला मोबाइल देकर जाना हमें टेंशन मोबाइल की है मुख्यमंत्री की नहीं. हमें फोन दे दो, उसके बाद झगड़ते रहना (Rajasthan Congress Political Crisis). अपने पोस्ट्स में सबने मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना का जिक्र किया है. एक और यूजर ने लिखा गहलोत जी जाने से पहले फ्री वाला मोबाइल दे जाना इसी उम्मीद में मैंने फोन टूटने के बाद मम्मी को दूसरा फोन नहीं दिलाया है. हमें टेंशन मोबाइल की है मुख्यमंत्री की नहीं.
क्या है मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना?: यूजर्स जिस मुख्यमंत्री डिजिटल मोबाइल सेवा का बार बार जिक्र कर रहे हैं वो आखिर क्या है? दरअसल, प्रदेश की गहलोत सरकार अपनी चौथी वर्षगांठ पर महिलाओं को स्मार्टफोन देने की तैयारी में है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने कहा था कि जल्द ही प्रदेश की 1.33 करोड़ महिलाओं को निःशुल्क स्मार्टफोन दिए जाएंगे. इसमें 3 साल तक इंटरनेट सेवा भी मिलेगी. दावा किया था कि इससे महिलाएं और उनके परिवारजन बातचीत करने के साथ ही जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लेकर लाभ उठा सकेंगे, साथ ही उनके बच्चे मोबाइल के जरिए ऑनलाइन पढ़ाई भी कर सकेंगे. सूत्रों की माने तो सरकार ने इसके लिए एक निजी मोबाइल कंपनी के साथ कांट्रेक्ट भी कर लिया है. लेकिन जिस तरह से प्रदेश में सियासी उठापटक का जबरदस्त दौर चल रहा है उससे ये योजना यूजर्स को खटाई में पड़ती नजर आ रही है. नतीजतन अपना दर्द वो मीम्स और हल्के फुल्के अंदाज में जाहिर कर रहे हैं.