नई दिल्ली : कांग्रेस का जोर अब राजस्थान की अंदरूनी कलह दूर करने पर है. इसी क्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट ने सोमवार को राहुल गांधी की मौजूदगी में पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की. करीब चार घंटे चली बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि 'हमने एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. निश्चित रूप से हम राजस्थान में चुनाव जीतेंगे.'
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#WATCH | Delhi: We have decided to fight elections unitedly. Definitely, we will win the elections in Rajasthan. Both Ashok Gehlot and Sachin Pilot have unanimously agreed with the proposal, says Congress General Secretary KC Venugopal after Congress chief Kharge and Rahul… pic.twitter.com/OIS4O3bcR2
— ANI (@ANI) May 29, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और राहुल गांधी की गहलोत और पायलट के साथ चार घंटे की लंबी चर्चा के बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव पर सहमति जताई है.
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने अशोक गहलोत के साथ चार घंटे की विस्तृत चर्चा की. सचिन पायलट बाद में विचार-विमर्श में शामिल हुए. इस चर्चा में हमने एकजुट होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. दोनों इस बात पर सहमत हैं कि कांग्रेस पार्टी को एक साथ जाना है और निश्चित रूप से हम राजस्थान में चुनाव जीतेंगे.'
उन्होंने कहा कि 'यह बहुत स्पष्ट है कि राजस्थान कांग्रेस पार्टी के लिए एक मजबूत राज्य बनने जा रहा है. हम जीतने जा रहे हैं. इसलिए, दोनों नेताओं गहलोत जी और सचिन जी ने एक साथ जाने का फैसला किया है. कांग्रेस पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी.' उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने राजस्थान से संबंधित सभी मुद्दों को पार्टी आलाकमान द्वारा हल करने के लिए छोड़ दिया है.
इससे पहले गहलोत ने खड़गे से शाम करीब छह बजे उनके आवास पर मुलाकात की, जिसके कुछ मिनट बाद राहुल गांधी भी इस मीटिंग में शामिल हो गए. कांग्रेस प्रमुख और राहुल गांधी ने गहलोत के साथ करीब आधे घंटे तक विचार-विमर्श किया, जिसके बाद पार्टी के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर रंधावा को बुलाया गया.
वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली पिछली भाजपा सरकार के दौरान भ्रष्टाचार पर निष्क्रियता के मुद्दे पर गहलोत सरकार पर हमलावर रहे पायलट दो घंटे बाद खड़गे के आवास पर बैठक में शामिल हुए.
शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी में आमने-सामने : लंबे अंतराल के बाद यह पहली बार है कि राजस्थान के सीएम और उनके पूर्व डिप्टी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी में आमने-सामने थे. खड़गे और राहुल गांधी चुनावी राज्यों के नेताओं के साथ इन राज्यों में भाजपा को घेरने के लिए विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति तैयार करने के लिए बातचीत कर रहे हैं.
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने सुबह मध्य प्रदेश के शीर्ष नेताओं के साथ चर्चा की, जिसके बाद गांधी ने कहा कि पार्टी राज्य में 150 सीटें जीतेगी. इससे पहले गहलोत ने कहा कि पार्टी आलाकमान मजबूत है और वह कभी भी किसी नेता या कार्यकर्ता को उन्हें मनाने के लिए कोई पद नहीं देगा.
गौरतलब है कि हाल ही में 'जन संघर्ष यात्रा' निकालने वाले पायलट ने मई के अंत तक उनकी मांगें नहीं मानने पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी थी. पायलट ने हाल में तीन मांगें रखी थीं, राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) को भंग करना और इसका पुनर्गठन, पेपर लीक से प्रभावित युवाओं को मुआवजा और पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे नीत सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच मांग कर रहे थे.
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