जयपुर. राजस्थान में 6 जिलों के पंचायती राज चुनाव के नतीजों के बाद यह साबित हो गया है कि कांग्रेस पार्टी को क्यों गांव की पार्टी कहा जाता है. पंचायत समिति के प्रधानों को लेकर कांग्रेस पार्टी का दावा है कि वह 78 में से 60 प्रधान बनाएगी.
जिला परिषद सदस्यों के परिणाम ने भी यह साफ कर दिया है कि कांग्रेस पार्टी को जनता ने 6 में से 5 जिलों में भरपूर आशीर्वाद दिया है. 4 जिलों दौसा, जयपुर, सवाई माधोपुर और जोधपुर में तो कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला है. कांग्रेस पार्टी के इन चारों जिलों में जिला प्रमुख बनेंगे. वहीं भरतपुर में कांग्रेस पार्टी निर्दलीयों के सहारे जिला प्रमुख बना सकती है. हालांकि सिरोही में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है जहां भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल किया है. यहां बहुमत से भी कहीं ज्यादा भाजपा के जिला परिषद सदस्य जीते हैं.
जिला परिषदों के नतीजे
दौसा जिला परिषद- दौसा जिला परिषद के 29 सदस्यों में से कांग्रेस पार्टी के 17 जिला परिषद सदस्य जीते हैं. भाजपा के खाते में 8, बसपा के खाते में 1 और निर्दलीयों के खाते में 3 जिला परिषद सदस्य आये हैं. ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने दौसा में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया है.
सवाई माधोपुर जिला परिषद- सवाई माधोपुर जिला परिषद की 25 सीटों में से कांग्रेस के 16 जिला परिषद सदस्य चुनाव जीते हैं. भाजपा के खाते में 8 और निर्दलीयों के खाते में 1 सीट गई है. ऐसे में सवाई माधोपुर में पूर्ण बहुमत से कांग्रेस का जिला प्रमुख बनेगा.
जोधपुर जिला परिषद- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में इस बार कांग्रेस ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए जोधपुर जिला परिषद पर अपना कब्जा कर लिया है. 37 सदस्यों में से कांग्रेस के 21 जिला परिषद सदस्य जीते हैं. भाजपा के खाते में 16 जिला परिषद सदस्य गए हैं. ऐसे में कांग्रेस ने जोधपुर में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया है. इस बार जोधपुर में जिला प्रमुख कांग्रेस का होगा.
जयपुर जिला परिषद- कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन इसलिए बेहतरीन रहा है क्योंकि जिस जयपुर जिले में ज्यादातर भाजपा के ही जिला प्रमुख बनते रहे हैं. इस बार जयपुर जिले में 51 जिला परिषद सीटों में से 27 जिला परिषद सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. जयपुर में कांग्रेस ने जिला प्रमुख के पद पर भी अपनी मुहर लगा दी है. जयपुर मे कांग्रेस पार्टी को जहां पूर्ण बहुमत के तौर पर 27 जिला परिषद सीटें मिली हैं, तो भाजपा के खाते में 24 जिला परिषद सदस्यों की सीट गई हैं.
भरतपुर में हो सकती है उठापटक- भरतपुर जिला परिषद चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. भरतपुर में भारतीय जनता पार्टी के सर्वाधिक 17 जिला परिषद मेंबर चुने गए हैं. कांग्रेस पार्टी के 14 जिला परिषद मेंबर चुने गए हैं. भरतपुर में 4 निर्दलीय और 2 बसपा के जिला परिषद सदस्य भी चुनाव जीते हैं. ऐसे में जिस पार्टी को निर्दलीयों का समर्थन मिलेगा, वही पार्टी अपना जिला प्रमुख बना लेगी.
सिरोही में भाजपा को पूर्ण बहुमत- जिला परिषद चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के लिए सिरोही से ही अच्छी खबर आई है. भाजपा के यहां 21 में से 17 जिला परिषद सदस्य चुनाव जीते हैं. जिले में भाजपा को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ है. सिरोही से कांग्रेस पार्टी को केवल 4 जिला परिषद सदस्य ही मिले हैं.
ये रहा अंतिम परिणाम
जिला परिषद सदस्य चुनाव के नतीजे- 6 जिलों के 200 जिला परिषद सदस्यों में से भाजपा के 90 जिला परिषद सदस्य चुनाव जीते हैं. कांग्रेस के सर्वाधिक 99 जिला परिषद सदस्य बने हैं. 8 निर्दलीय और 3 बीएसपी के जिला परिषद सदस्य भी चुने गए हैं.
पंचायत समिति सदस्य चुनाव के नतीजे- 78 पंचायत समितियों के 1564 पंचायत समिति सदस्यों में से 1562 पंचायत समिति सदस्यों के नतीजे आ चुके हैं. इनमें से भाजपा के 551, कांग्रेस पार्टी के सर्वाधिक 670, निर्दलीय 290, बहुजन समाज पार्टी के 11 और आरएलपी के 40 पंचायत समिति सदस्य बने हैं.