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बाबा साहब अंबेडकर के नाम पर कांग्रेस ने की सिर्फ राजनीति, नहीं दिया कोई सम्मान : भाजपा

अंबेडकर जयंती पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के नाम पर मात्र राजनीति करने और उन्हें भारत रत्न तक का सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया. डॉक्टर अंबेडकर जयंती पर भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच भारत रत्न अंबेडकर को लेकर खूब राजनीति की गई. पढ़िए ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता अनामिका रत्ना की रिपोर्ट...

Babasaheb Ambedkar
बाबा साहब अंबेडकर (फाइल फोटो)
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Published : Apr 14, 2022, 4:52 PM IST

नई दिल्ली : अंबेडकर जयंती पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के नाम पर मात्र राजनीति करने और उन्हें भारत रत्न तक का सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया. भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि जब तक केंद्र में भाजपा की सरकार नहीं आई थी तब तक बाबा साहब अंबेडकर को भारत रत्न का सम्मान तो नहीं दिया गया साथ ही ना तो देश में कहीं उनका संग्रहालय बनाया गया और ना ही संसद में तैल चित्र लगाए गए. भाजपा ने आरोप लगाया कि जब बाबा साहब का परिनिर्वाण हुआ था तब कांग्रेस की सरकार ने उनके अंतिम क्रिया को भी राजकीय सम्मान के साथ करवाने की कोई व्यवस्था नहीं की थी जिस पर तत्कालीन महाराष्ट्र की भाजपा-शिवसेना की सरकार ने हस्तक्षेप करके दादर के समुद्र किनारे उनका संस्कार करवाया था.

अंबेडकर जयंती पर जहां प्रधानमंत्री ने बाबा साहब की याद में बनाए गए तमाम संग्रहालय और मेमोरियल के नाम गिनाए और भारत सरकार की तरफ से जो विकसित किए गए हैं उन्हें सामाजिक न्याय और अटूट निष्ठा के लिए केंद्र का निर्माण बताया गया. वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने आरोप लगाया कि बाबा साहब अंबेडकर को कांग्रेस ने सिर्फ राजनीति के लिए इस्तेमाल किया मगर ना तो उनके रहते और ना ही उनके मृत्यु के बाद ही कांग्रेस ने उनके योगदान को कभी सराहा और ना ही उन्हें भारत रत्न कांग्रेस की सरकार में दिया गया.

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार और राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल अग्रवाल और गुरु प्रकाश की संयुक्त प्रेस वार्ता में पार्टी ने कांग्रेस पर यह आरोप लगाया. केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि जब बाबा साहब की मृत्यु हुई उस समय तत्कालीन केंद्र की कांग्रेस सरकार ने उनके राजकीय सम्मान का भी कोई निर्देश नहीं दिया था और अनुमति नहीं दी गई थी. मगर तत्कालीन महाराष्ट्र की शिवसेना-भाजपा सरकार के मंत्री नितिन गडकरी ने हस्तक्षेप करते हुए बाबा साहब का अंतिम संस्कार दादर में समुद्र के किनारे करवाया था.

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने यह आरोप लगाया कि बार-बार यह विपक्ष की तरफ से अफवाह फैलाई जा रही कि केंद्र सरकार आरक्षण खत्म करना चाहती है जबकि हमारी सरकार गरीबों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कटिबद्ध है. उन्होंने कहा कि दलितों के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं जो आज से पहले किसी भी सरकार ने नहीं किया. दुष्यंत गौतम ने कहा कि प्रधानमंत्री की एक परिकल्पना थी कि हम दलितों को रोटी मांगने वाला नहीं बल्कि रोटी देने वाला बनाना चाहते हैं, उस संकल्प को आज भाजपा की सरकार ने पूरा किया है.

ये भी पढ़ें - Ambedkar Jayanti 2022 : एमपी का एकलौता तीर्थ, जहां अस्थि कलश के समक्ष होती है सामाजिक उत्थान की प्रार्थना

उन्होंने कहा कि हमारे जनप्रतिनिधियों में भी बड़ी संख्या में दलित चुनकर आए हैं. हमारे राष्ट्रपति जी भी इसी वर्ग से आते हैं इसके अलावा भी अगर देखें तो अटल पेंशन योजना, जनधन योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना जैसी योजनाएं हैं गरीबों और दलितों को ध्यान में रखकर ही बनाई गई हैं. और इसी का परिणाम है कि जो चार राज्यों में रिजल्ट आए हैं उसमें सभी ने भाजपा को समर्थन दिया है.

उन्होंने कहा कि आज भी हमारे प्रधानमंत्री ने डॉक्टर अंबेडकर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी परिकल्पनाओं को आत्मसात करने की बात की और उसे आगे बढ़ाते हुए समाज के भलाई के लिए कार्य करने की बात कही. सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि हमारा मंत्रालय लगभग 60 फीसदी गरीबों और दलितों को सशक्त करने का काम करता है और बड़ी संख्या में युवा पीढ़ी के कल्याण के लिए भी कार्य कर रहा है.

उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय के द्वारा जो प्रधानमंत्री की सोच है 'सबका साथ सबका विश्वास' उसे सबको साथ लेकर चलने की भावना और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की भावनाओं को लेकर आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि जब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने संविधान की रचना की थी जो उन्होंने इसकी रचना के समय भाव रखा था, उन्होंने पूरे एक देश को एक समान मानकर संविधान लिखा था. उन्होंने पूरे भारत को एक रूप में देखते हुए एक ही संविधान की रचना की थी और आज हम देखते हैं कि इतने सालों पहले डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने जो रचना की थी उसको आत्मसात आज हमारे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब परिवार का एक सदस्य शिक्षित और सफल होकर आगे बढ़ता है तो वह पूरे परिवार के लिए आगे बढ़ता है. हमारे प्रधानमंत्री उनके शिक्षा के लिए और उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए लगातार लगे हुए हैं.

उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टियां सिर्फ डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर सिर्फ राजनीति करती हैं. लेकिन किसी सरकार ने कोई स्मारक तक बनाने की चिंता नहीं की. उन्होंने कहा कि यहां तक कि जो लेफ्ट हमेशा से डॉक्टर अंबेडकर की बातें किया करते हैं उनके पोलित ब्यूरो में एक दलित सदस्य को जगह देने में सालों लग गए. इसी तरह कांग्रेस समेत दूसरी विपक्षी पार्टियां भी अनुसूचित जाति, जनजाति को ज्यादा प्रतिनिधित्व नहीं दे रहे जितना भारतीय जनता पार्टी देती है. उन्होंने कहा कि धारा 370 को हटाने के बाद जब संविधान में लिखी गई थी तो डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के समर्थन में कांग्रेस की सरकार नहीं थी लेकिन आज जब मोदी जी की सरकार आई तब उसे पूरा किया गया.

ये भी पढ़ें - अंबेडकर ने कहां से ली थी अर्थशास्त्र की शिक्षा, क्यों वह रुपये के अवमूल्यन के पक्ष में थे

उन्होंने कहा कि डॉक्टर अंबेडकर ने एक किताब लिखी थी और उस पर प्रधानमंत्री से कहा गया था कि 100 किताबें सरकार द्वारा खरीदी जाए तो कांग्रेस सरकार ने कोई रुचि नहीं दिखाई थी और ना ही उनके नाम पर कोई संग्रहालय और स्मारक बनाया था. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु गुरु प्रकाश ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज में उन्हें डॉक्टर अंबेडकर जयंती के अवसर पर मुख्य वक्ता के तौर पर व्याख्यान देने के लिए बुलाया था लेकिन लेफ्ट विंग के दबाव की वजह से कॉलेज ने उनसे माफी मांगते हुए यह निमंत्रण वापस ले लिया और उनके व्याख्यान को रद्द कर दिया. भाजपा ने आरोप लगाया कि पूरे देश में कांग्रेस और लेफ्ट की तरफ से अभियान चलाया जा रहा है और यह अफवाह फैलाई जा रही है कि असहिष्णुता बड़ी है जबकि इसे कांग्रेस की तरफ से हवा दी जा रही है.

नई दिल्ली : अंबेडकर जयंती पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के नाम पर मात्र राजनीति करने और उन्हें भारत रत्न तक का सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया. भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि जब तक केंद्र में भाजपा की सरकार नहीं आई थी तब तक बाबा साहब अंबेडकर को भारत रत्न का सम्मान तो नहीं दिया गया साथ ही ना तो देश में कहीं उनका संग्रहालय बनाया गया और ना ही संसद में तैल चित्र लगाए गए. भाजपा ने आरोप लगाया कि जब बाबा साहब का परिनिर्वाण हुआ था तब कांग्रेस की सरकार ने उनके अंतिम क्रिया को भी राजकीय सम्मान के साथ करवाने की कोई व्यवस्था नहीं की थी जिस पर तत्कालीन महाराष्ट्र की भाजपा-शिवसेना की सरकार ने हस्तक्षेप करके दादर के समुद्र किनारे उनका संस्कार करवाया था.

अंबेडकर जयंती पर जहां प्रधानमंत्री ने बाबा साहब की याद में बनाए गए तमाम संग्रहालय और मेमोरियल के नाम गिनाए और भारत सरकार की तरफ से जो विकसित किए गए हैं उन्हें सामाजिक न्याय और अटूट निष्ठा के लिए केंद्र का निर्माण बताया गया. वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने आरोप लगाया कि बाबा साहब अंबेडकर को कांग्रेस ने सिर्फ राजनीति के लिए इस्तेमाल किया मगर ना तो उनके रहते और ना ही उनके मृत्यु के बाद ही कांग्रेस ने उनके योगदान को कभी सराहा और ना ही उन्हें भारत रत्न कांग्रेस की सरकार में दिया गया.

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार और राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल अग्रवाल और गुरु प्रकाश की संयुक्त प्रेस वार्ता में पार्टी ने कांग्रेस पर यह आरोप लगाया. केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि जब बाबा साहब की मृत्यु हुई उस समय तत्कालीन केंद्र की कांग्रेस सरकार ने उनके राजकीय सम्मान का भी कोई निर्देश नहीं दिया था और अनुमति नहीं दी गई थी. मगर तत्कालीन महाराष्ट्र की शिवसेना-भाजपा सरकार के मंत्री नितिन गडकरी ने हस्तक्षेप करते हुए बाबा साहब का अंतिम संस्कार दादर में समुद्र के किनारे करवाया था.

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने यह आरोप लगाया कि बार-बार यह विपक्ष की तरफ से अफवाह फैलाई जा रही कि केंद्र सरकार आरक्षण खत्म करना चाहती है जबकि हमारी सरकार गरीबों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कटिबद्ध है. उन्होंने कहा कि दलितों के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं जो आज से पहले किसी भी सरकार ने नहीं किया. दुष्यंत गौतम ने कहा कि प्रधानमंत्री की एक परिकल्पना थी कि हम दलितों को रोटी मांगने वाला नहीं बल्कि रोटी देने वाला बनाना चाहते हैं, उस संकल्प को आज भाजपा की सरकार ने पूरा किया है.

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उन्होंने कहा कि हमारे जनप्रतिनिधियों में भी बड़ी संख्या में दलित चुनकर आए हैं. हमारे राष्ट्रपति जी भी इसी वर्ग से आते हैं इसके अलावा भी अगर देखें तो अटल पेंशन योजना, जनधन योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना जैसी योजनाएं हैं गरीबों और दलितों को ध्यान में रखकर ही बनाई गई हैं. और इसी का परिणाम है कि जो चार राज्यों में रिजल्ट आए हैं उसमें सभी ने भाजपा को समर्थन दिया है.

उन्होंने कहा कि आज भी हमारे प्रधानमंत्री ने डॉक्टर अंबेडकर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी परिकल्पनाओं को आत्मसात करने की बात की और उसे आगे बढ़ाते हुए समाज के भलाई के लिए कार्य करने की बात कही. सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि हमारा मंत्रालय लगभग 60 फीसदी गरीबों और दलितों को सशक्त करने का काम करता है और बड़ी संख्या में युवा पीढ़ी के कल्याण के लिए भी कार्य कर रहा है.

उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय के द्वारा जो प्रधानमंत्री की सोच है 'सबका साथ सबका विश्वास' उसे सबको साथ लेकर चलने की भावना और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की भावनाओं को लेकर आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि जब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने संविधान की रचना की थी जो उन्होंने इसकी रचना के समय भाव रखा था, उन्होंने पूरे एक देश को एक समान मानकर संविधान लिखा था. उन्होंने पूरे भारत को एक रूप में देखते हुए एक ही संविधान की रचना की थी और आज हम देखते हैं कि इतने सालों पहले डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने जो रचना की थी उसको आत्मसात आज हमारे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब परिवार का एक सदस्य शिक्षित और सफल होकर आगे बढ़ता है तो वह पूरे परिवार के लिए आगे बढ़ता है. हमारे प्रधानमंत्री उनके शिक्षा के लिए और उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए लगातार लगे हुए हैं.

उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टियां सिर्फ डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर सिर्फ राजनीति करती हैं. लेकिन किसी सरकार ने कोई स्मारक तक बनाने की चिंता नहीं की. उन्होंने कहा कि यहां तक कि जो लेफ्ट हमेशा से डॉक्टर अंबेडकर की बातें किया करते हैं उनके पोलित ब्यूरो में एक दलित सदस्य को जगह देने में सालों लग गए. इसी तरह कांग्रेस समेत दूसरी विपक्षी पार्टियां भी अनुसूचित जाति, जनजाति को ज्यादा प्रतिनिधित्व नहीं दे रहे जितना भारतीय जनता पार्टी देती है. उन्होंने कहा कि धारा 370 को हटाने के बाद जब संविधान में लिखी गई थी तो डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के समर्थन में कांग्रेस की सरकार नहीं थी लेकिन आज जब मोदी जी की सरकार आई तब उसे पूरा किया गया.

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उन्होंने कहा कि डॉक्टर अंबेडकर ने एक किताब लिखी थी और उस पर प्रधानमंत्री से कहा गया था कि 100 किताबें सरकार द्वारा खरीदी जाए तो कांग्रेस सरकार ने कोई रुचि नहीं दिखाई थी और ना ही उनके नाम पर कोई संग्रहालय और स्मारक बनाया था. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु गुरु प्रकाश ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज में उन्हें डॉक्टर अंबेडकर जयंती के अवसर पर मुख्य वक्ता के तौर पर व्याख्यान देने के लिए बुलाया था लेकिन लेफ्ट विंग के दबाव की वजह से कॉलेज ने उनसे माफी मांगते हुए यह निमंत्रण वापस ले लिया और उनके व्याख्यान को रद्द कर दिया. भाजपा ने आरोप लगाया कि पूरे देश में कांग्रेस और लेफ्ट की तरफ से अभियान चलाया जा रहा है और यह अफवाह फैलाई जा रही है कि असहिष्णुता बड़ी है जबकि इसे कांग्रेस की तरफ से हवा दी जा रही है.

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