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कांग्रेस ने व्यापक सदस्यता अभियान और नफरत के खिलाफ वैचारिक युद्ध का निर्णय लिया - Congress pc randeep surjewala

कांग्रेस की चार घंटे तक चली बैठक में पार्टी नेताओं ने जमीनी स्तर पर पार्टी की उपस्थिति दर्ज कराने की जरूरत पर जोर दिया, जहां प्रियंका गांधी ने क्षेत्रीय मीडिया के साथ स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया, वहीं सिद्धू ने पंजाब में एडीजी, एजी की नियुक्ति का मामला उठाया. ईटीवी भारत की संवाददाता नियामिका सिंह की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ नेताओं ने पार्टी के भीतर अनुशासन बनाए रखने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.

रणदीप सुरजेवाला
रणदीप सुरजेवाला
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Published : Oct 26, 2021, 4:51 PM IST

Updated : Oct 26, 2021, 5:23 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में हुई पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में मंगलवार को निर्णय लिया गया कि देश में व्यापक सदस्यता अभियान चलाने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से तैयार किए गए नफरत के माहौल के खिलाफ प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिये वैचारिक युद्ध छेड़ा जाएगा तथा भाईचारे को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा.

पार्टी महासचिवों, प्रदेश प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों की बैठक में सोनिया गांधी ने पार्टी के भीतर अनुशासन एवं एकजुटता बनाए रखने पर जोर दिया और कहा कि पार्टी में राज्य स्तर के नेताओं के बीच नीतिगत मुद्दों पर स्पष्टता एवं समन्वय का अभाव दिखता है.

उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा और पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि अगर लड़ाई जीतनी है, तो जनता के समक्ष भाजपा तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दुष्प्रचार एवं झूठ को बेनकाब करना होगा.

इस बैठक के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, 'बैठक में तीन निर्णय लिये गये हैं. पहला यह है कि विशाल सदस्यता अभियान चलाया जाएगा. कांग्रेस के लोग हर गांव, वार्ड और मोहल्ले में सदस्यता फार्म लेकर जाएंगे और ज्यादा से ज्यादा लोगों को कांग्रेस से जोड़ेंगे.' उन्होंने कहा कि इस सदस्यता अभियान को दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक, किसान और महिलाओं की पीड़ा से जोड़ा जाएगा.

रणदीप सुरजेवाला का बयान

सुरजेवाला ने कहा, 'इस बैठक में दूसरा फैसला यह किया गया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से देश में, भाजपा एवं आरएसएस द्वारा पैदा किए गए नफरत के माहौल के खिलाफ वैचारिक युद्ध शुरू किया जाएगा.'

उनके मुताबिक, 'आज नफरत और बंटवारे की बात हो रही है. अगर भाजपा औेर मोदी जी की नीति पर सवाल कर दिया तो जेल में ठूंस दीजिए. एक क्रिकेटर (मोहम्मद शमी) को उसके धर्म के आधार पर निशाना बनाया जा रहा है. इसी नफरत के माहौल के खिलाफ लड़ाई लड़नी है.'

उन्होंने बताया, 'बैठक में राहुल गांधी ने कहा और यह निर्णय भी लिया गया है कि जमीनी स्तर पर जन आंदोलन किया जाएगा. अर्थव्यवस्था की स्थिति, बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ 14 से 29 नवंबर के बीच जन-जागरण अभियान चलाया जाएगा.'

सुरजेवाला ने कहा, 'कांग्रेस की इस विशेष बैठक में शामिल लोगों ने स्वीकार किया कि आज भाजपा और आरएसएस का नफरत का एजेंडा देश के संविधान और लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है. भाजपा / आरएसएस ने भारत मां को जख्म दिया है. इस जख्म को भरने के लिए वसुधैव कुटुम्बकम की परंपरा के अनुसार भाईचारे को आगे बढ़ाने की लड़ाई लड़ी जाएगी.'

बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, 'हमें भाजपा / आरएसएस के द्वेषपूर्ण दुष्प्रचार के खिलाफ लड़ना है. अगर यह लड़ाई जीतनी है तो हमें पूरे संकल्प के साथ यह करना होगा और जनता के समक्ष उनके झूठ को बेनकाब करना होगा.'

उन्होंने जोर देकर कहा, 'अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी रोजाना विभिन्न मुद्दों पर महत्वपूर्ण और विस्तृत बयान जारी करती है. परंतु यह अनुभव किया गया है कि ब्लॉक और जिला स्तर के हमारे कार्यकर्ताओं तक यह नहीं पहुंचता. नीतिगत मुद्दे हैं जिन पर पर मुझे स्पष्टता एवं समन्वय के अभाव का पता चलता है तथा यह हमारे राज्य स्तर के नेताओं के बीच भी है.' पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल तथा अन्य महासचिव, प्रभारी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष शामिल हुए.

पढ़ें - सोनिया की हुंकार, भाजपा-आरएसएस की विचारधारा से मजबूती से लड़ेगी कांग्रेस

यह बैठक कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में सदस्यता अभियान, महंगाई के मुद्दे पर जन-जागरण अभियान तथा संगठनात्मक चुनाव के लिए तय किये गए कार्यक्रमों की पृष्ठभूमि में हुई.

गत 16 अक्टूबर को हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में संगठनात्मक चुनाव का कार्यक्रम तय करने के साथ ही यह निर्णय लिया गया था कि आगामी एक नवंबर से कांग्रेस सदस्यता अभियान चलाएगी, जो अगले साल 31 मार्च तक चलेगा। इसके साथ ही फैसला हुआ था कि 14 से 29 नवंबर के बीच महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर जन-जागरण अभियान चलाया जाएगा.

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में हुई पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में मंगलवार को निर्णय लिया गया कि देश में व्यापक सदस्यता अभियान चलाने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से तैयार किए गए नफरत के माहौल के खिलाफ प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिये वैचारिक युद्ध छेड़ा जाएगा तथा भाईचारे को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा.

पार्टी महासचिवों, प्रदेश प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों की बैठक में सोनिया गांधी ने पार्टी के भीतर अनुशासन एवं एकजुटता बनाए रखने पर जोर दिया और कहा कि पार्टी में राज्य स्तर के नेताओं के बीच नीतिगत मुद्दों पर स्पष्टता एवं समन्वय का अभाव दिखता है.

उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा और पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि अगर लड़ाई जीतनी है, तो जनता के समक्ष भाजपा तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दुष्प्रचार एवं झूठ को बेनकाब करना होगा.

इस बैठक के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, 'बैठक में तीन निर्णय लिये गये हैं. पहला यह है कि विशाल सदस्यता अभियान चलाया जाएगा. कांग्रेस के लोग हर गांव, वार्ड और मोहल्ले में सदस्यता फार्म लेकर जाएंगे और ज्यादा से ज्यादा लोगों को कांग्रेस से जोड़ेंगे.' उन्होंने कहा कि इस सदस्यता अभियान को दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक, किसान और महिलाओं की पीड़ा से जोड़ा जाएगा.

रणदीप सुरजेवाला का बयान

सुरजेवाला ने कहा, 'इस बैठक में दूसरा फैसला यह किया गया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से देश में, भाजपा एवं आरएसएस द्वारा पैदा किए गए नफरत के माहौल के खिलाफ वैचारिक युद्ध शुरू किया जाएगा.'

उनके मुताबिक, 'आज नफरत और बंटवारे की बात हो रही है. अगर भाजपा औेर मोदी जी की नीति पर सवाल कर दिया तो जेल में ठूंस दीजिए. एक क्रिकेटर (मोहम्मद शमी) को उसके धर्म के आधार पर निशाना बनाया जा रहा है. इसी नफरत के माहौल के खिलाफ लड़ाई लड़नी है.'

उन्होंने बताया, 'बैठक में राहुल गांधी ने कहा और यह निर्णय भी लिया गया है कि जमीनी स्तर पर जन आंदोलन किया जाएगा. अर्थव्यवस्था की स्थिति, बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ 14 से 29 नवंबर के बीच जन-जागरण अभियान चलाया जाएगा.'

सुरजेवाला ने कहा, 'कांग्रेस की इस विशेष बैठक में शामिल लोगों ने स्वीकार किया कि आज भाजपा और आरएसएस का नफरत का एजेंडा देश के संविधान और लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है. भाजपा / आरएसएस ने भारत मां को जख्म दिया है. इस जख्म को भरने के लिए वसुधैव कुटुम्बकम की परंपरा के अनुसार भाईचारे को आगे बढ़ाने की लड़ाई लड़ी जाएगी.'

बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, 'हमें भाजपा / आरएसएस के द्वेषपूर्ण दुष्प्रचार के खिलाफ लड़ना है. अगर यह लड़ाई जीतनी है तो हमें पूरे संकल्प के साथ यह करना होगा और जनता के समक्ष उनके झूठ को बेनकाब करना होगा.'

उन्होंने जोर देकर कहा, 'अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी रोजाना विभिन्न मुद्दों पर महत्वपूर्ण और विस्तृत बयान जारी करती है. परंतु यह अनुभव किया गया है कि ब्लॉक और जिला स्तर के हमारे कार्यकर्ताओं तक यह नहीं पहुंचता. नीतिगत मुद्दे हैं जिन पर पर मुझे स्पष्टता एवं समन्वय के अभाव का पता चलता है तथा यह हमारे राज्य स्तर के नेताओं के बीच भी है.' पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल तथा अन्य महासचिव, प्रभारी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष शामिल हुए.

पढ़ें - सोनिया की हुंकार, भाजपा-आरएसएस की विचारधारा से मजबूती से लड़ेगी कांग्रेस

यह बैठक कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में सदस्यता अभियान, महंगाई के मुद्दे पर जन-जागरण अभियान तथा संगठनात्मक चुनाव के लिए तय किये गए कार्यक्रमों की पृष्ठभूमि में हुई.

गत 16 अक्टूबर को हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में संगठनात्मक चुनाव का कार्यक्रम तय करने के साथ ही यह निर्णय लिया गया था कि आगामी एक नवंबर से कांग्रेस सदस्यता अभियान चलाएगी, जो अगले साल 31 मार्च तक चलेगा। इसके साथ ही फैसला हुआ था कि 14 से 29 नवंबर के बीच महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर जन-जागरण अभियान चलाया जाएगा.

Last Updated : Oct 26, 2021, 5:23 PM IST
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