नई दिल्ली : कांग्रेस ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2022) तिथियों की घोषणा होने के बाद शनिवार को कहा कि इन प्रदेशों में लोगों के पास सुनहरा मौका है कि वे भाजपा के खिलाफ वोट की चोट करके महंगाई, बेरोजगारी, किसानों और महिलाओं पर अत्याचार को पराजित करें. पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने उम्मीद जताई कि पंजाब में कांग्रेस की एक बार फिर जीत सुनिश्चित होगी और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में सत्ता परिवर्तन होगा जहां लोग कांग्रेस को अपना समर्थन देंगे.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पांचों राज्यों में कांग्रेस का हर कार्यकर्ता मजबूती से लड़ेगा, चार राज्यों में भाजपा को पटखनी देगा और पंजाब में कांग्रेस का झंडा फिर लहरायेगा. सुरजेवाला ने कहा, 'लोगों के पास अवसर है कि वे भाजपा को भी हराएं और महंगाई को भी हराएं. किसानों के पास मौका है कि वे लखीमपुर खीरी में टायरों के नीचे कुचलने वालों और ऐसे लोगों को मंत्री बनाकर बैठाने वाली भाजपा को सजा दें.'
उनके मुताबिक, खेती के व्यापार को कुछ उद्योगपतियों को बेचने की साजिश करने वालों को हराएं. युवाओं के पास मौका है, भाजपा पर वोट की चोट करिये और बेरोजगारी को हराइए. महिलाओं के पास स्वर्णिम मौका है कि भाजपा को हराकर अत्याचार और महंगाई से निजात पाएं. दलित और पिछड़ों के पास मौका है, भाजपा को हराइए और अत्याचार एवं अधिकारों पर कुठाराघात से मुक्ति पाइए.
उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा सिर्फ चुनावी हार से घबराती है. सुरजेवाला ने कहा कि चुनाव आयोग को सुनिश्चित करना चाहिए कि इन चुनावों में सभी के पास बराबर मौका है.
पंजाब में तीन चेहरों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी, प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्दू और कैम्पेन कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी. चन्नी और सिद्धू ये दोनों मिलकर एक और एक ग्यारह हैं. साथ में सुनील जाखड़ कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष, तीनों मिलकर 111 हैं.
वहीं, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने उम्मीद जताई कि जनता इस बार कांग्रेस के पक्ष में मतदान करेगी. उन्होंने ट्वीट किया कि लोगों के मूल अधिकारों पर लगातार हो रहे हमले, किसानों के साथ अनुचित व्यवहार, महंगाई, सीमाओं पर चीनी आक्रमण, आंतरिक शांति को खराब करने तक, सभी मुद्दों पर कांग्रेस एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ लड़ेगी.
इधर, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव के एलान के बाद कहा कि चुनाव निष्पक्ष होने चाहिए और हमारा अनुरोध है कि चुनाव आयोग को निष्पक्षता से काम करना चाहिए. हम भविष्य में देखेंगे कि वो कैसे काम करते हैं और विपक्ष व सरकार के साथ कैसा व्यवहार करते हैं.
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बता दें, पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रमों की घोषणा कर दी गई है. इसके तहत सात चरणों में मतदान की प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के तहत 10 फरवरी से लेकर सात मार्च तक सात चरणों में मतदान होगा, वहीं उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में 14 फरवरी को एक चरण में वोट डाले जाएंगे. मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान होगा. सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव की मतगणना 10 मार्च को होगी.
(पीटीआई-भाषा)