प्रयागराज : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने धर्म परिवर्तन का सिंडीकेट चलाने के आरोप में हाल ही में गिरफ्तार मौलाना कलीम सिद्दीकी को लेकर कहा है कि कांग्रेस एवं सपा के लोग उनसे कलीम सिद्दीकी पर बयान देने के लिए फोन करते हैं. उन्होंने यह बयान शनिवार को मजीदिया इस्लामिया कॉलेज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दिया.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की एटीस ने प्रख्यात इस्लामिक विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी को कथित तौर पर धर्म परिवर्तन का एक बड़ा सिंडिकेट चलाने के लिए हाल ही में मेरठ से गिरफ्तार किया है.
उन्होंने कहा, मैंने उनसे पूछा आपके नेता राहुल गांधी, सपा के नेता अखिलेश यादव इस मामले पर क्यों नहीं बोलते. इस पर कांग्रेस, सपा के लोगों ने बोला कि यदि उनके नेता इस पर बोलेंगे तो दूसरा वोट (हिंदुओं का) उन्हें नहीं मिलेगा.
ओवैसी ने कहा, उत्तर प्रदेश की सरकार ने धर्म परिवर्तन का जो कानून बनाया है, वह कानून कितना गलत है. अगर कोई व्यक्ति किसी का कत्ल करता है तो पुलिस को आरोप साबित करना पड़ता है. जबकि मजहब तब्दीली कानून में मजहब बदलने वाले व्यक्ति को बताना पड़ता है कि उसने बिना खौफ के अपना मजहब बदला है.
उन्होंने कहा, मैंने इस कानून की आलोचना की. यह असंवैधानिक है, उच्चतम न्यायालय के पुट्टूस्वामी के मामले में दिए गए निर्णय के खिलाफ है. मैं अब सपा, बसपा से पूछना चाहता हूं कि क्या वे मौलाना कलीम सिद्दीकी के बारे में बोलेंगे या नहीं बोलेंगे.
ओवैसी ने कहा, मेरे बयान के बाद अब दूसरी पार्टियां मीडिया को बुलाकर बयान देंगी कि हम मौलाना के साथ है.
योगी सरकार द्वारा गिरफ्तार किए गए मुस्लिम बाहुबली नेताओं को लेकर उन्होंने कहा, अतीक जेल में हैं, मुख्तार जेल में हैं और उत्तर प्रदेश की जेलों में 27 प्रतिशत मुसलमान बंद हैं. क्या अब भी नहीं उठोगे (एआईएमआईएम के पक्ष में मतदान करने). आज यह वक्त उठने का है. बेखौफ होकर अपने वोट का इस्तेमाल करो.
सत्तारूढ़ दल भाजपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, मौजूदा योगी सरकार में ऐसे 100 विधायक हैं जिन पर मुकदमे चल रहे हैं. भाजपा के ऐसे कई सांसद हैं जिन पर मुकदमे चल रहे हैं. आजादी के 75वें साल में उत्तर प्रदेश की जमीन पर फसाद हुआ. मुजफ्फरनगर में हुई फसाद में आरोपी भाजपा के नेताओं पर से मुकदमे योगी सरकार ने वापस ले लिये.
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सभा में मौजूद पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की ओर मुखातिब होकर उन्होंने कहा, अतीक अहमद कानून की नजर में आज भी चुनाव लड़ सकते हैं. हमें उम्मीद है कि आगामी विधानसभा चुनाव में वह चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे.
उन्होंने कहा, जिस तरह से यादवों ने मिलकर अखिलेश को अपना नेता माना, जिस तरह से दलितों खासतौर पर जाटवों ने मायावती को अपना नेता माना, जिस तरह से ठाकुर योगी आदित्यनाथ को अपना नेता मानते हैं, उसी तरह से आपको को भी अपना नेता चुनना पड़ेगा क्योंकि बगैर नेता के आपको आपका हक नहीं मिलेगा.
(पीटीआई-भाषा)