नई दिल्ली: कांग्रेस के सीनियर लीडर मणिशंकर अय्यर (Mani Shankar Aiyar) ने हिंदुत्व के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) पर हमला बोला है. इससे पहले कांग्रेस नेता और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी इसी मुद्दे पर बयान दिया था.
मणिशंकर अय्यर ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों के लिए सिर्फ 80 फीसदी लोग ही असली भारतीय हैं, जबकि हमारी नजर में सब भारतीय हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से ज्यादा भारत की विविधता को किसी ने नहीं समझा.
बता दें, राहुल गांधी ने कुछ दिनों पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर भारत में नफरत फैलाने का आरोप लगाया था और हिंदू धर्म व हिंदुत्व में फर्क बताया था. इसके बाद से ही हिन्दुत्व के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस पार्टी आमने-सामने हैं.
क्या बोले मणिशंकर अय्यर ?
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा, राहुल ने दो-तीन दिन पहले ये कहा कि हिन्दू धर्म और हिन्दुत्व में अंतर है. मैं उसके साथ जोड़ना चाहता हूं कि अंतर ये है कि हम जो हिन्दू धर्म पर विश्वास करते हैं. हम 100 प्रतिशत भारतीय हैं. हम सारे जो इस देश के बाशिंदे हैं, हम उनको भारतीय समझते हैं और चंद लोग हैं हमारे बीच में, जो आज के दिन सत्ता में हैं, जिनका कहना है कि नहीं, 80 प्रतिशत भारतीय, जो हिन्दू धर्म को मानते हैं, वही हैं असली भारतीय.’
भाजपा पर निशाना साधते हुए आगे उन्होंने कहा, उनकी (भाजपा) नजर में बाकी जो लोग हैं वो गैर भारतीय हैं और हमारे देश में वो रह रहे हैं. तो बस मेहमान बनकर वो रह रहे हैं. जब भी हम चाहें उनको हम निकाल देंगे, इस देश से, उनका बस एक कर्तव्य बनता है कि जिस पथ पर हम निकले हुए हैं उसी पथ पर वो भी निकलें. नेहरू को याद करते हुए अय्यर ने कहा, जो भारत की विविधता है उसे शायद जवाहर लाल नेहरू से ज्यादा और किसी ने नहीं समझा. उनको पता था कि भारत में अनेक भाषाएं हैं, अनेक नस्ल हैं, अनेक रंग के लोग हैं, अनेक किस्म के साहित्य हैं, अनेक बोल बोलते हैं, अनेक किस्म की कविता और गाने हैं, अनेक किस्म की मौसिकी है.’
ये है मामला
पूरे विवाद की शुरुआत अयोध्या पर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब को लेकर छिड़े विवाद से हुई है. खुर्शीद ने अपनी नई किताब में कथित तौर पर हिंदुत्व की तुलना आतंकवादी समूहों बोको हरम और आईएसआईएस के जिहादी इस्लाम से की है. इस बात के बाहर आते ही कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हो गई. इस पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कांग्रेस नेतृत्व पर हिंदू मत के खिलाफ घृणा को पोषित करने का आरोप लगाया. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, कांग्रेस नेताओं में हिन्दुत्व के प्रति घृणित भावना है और इसके लिए उन्हें गांधी परिवार से समर्थन मिलता है. भाजपा प्रवक्ता ने राहुल गांधी के उस वक्तव्य का भी उल्लेख किया, जिसका जिक्र 2010 के विकिलीक्स के खुलासे में भी था. इसमें राहुल गांधी ने कथित तौर पर देश को आतंकवाद से ज्यादा खतरा हिंदू अतिवादी समूहों से बताया था.
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राहुल गांधी का बयान
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था, हमें यह स्वीकार करना होगा कि भारत में दो विचारधाराएं हैं- कांग्रेस की विचारधारा और आरएसएस की विचारधारा. हमें स्वीकार करना होगा कि भाजपा-आरएसएस ने आज के भारत में नफरत फैलाई है. हमारी विचारधारा जीवित और जीवंत है, जिसमें प्यार, अपनापन और राष्ट्रवाद है लेकिन भाजपा की नफरतभरी विचारधारा ने इसे ढक दिया है. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व और हिंदू धर्म दो अलग-अलग अवधारणाएं हैं. कांग्रेस नेता ने कहा था, क्या हिंदू धर्म सिख या मुसलमान को पीटना है? हिंदुत्व, निश्चित रूप से है. यह किस किताब में लिखा है? मैंने तो इसे नहीं देखा है. मैंने उपनिषद् पढ़े हैं. मैंने ये तो नहीं पढ़ा है.
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उन्होंने जोर देकर कहा, ये जो हमारी विचारधारा है, वो पुरानी है. जिस शक्ति को हम शिव कहते हैं, वो इसके एक प्रतीक हैं. कबीर, गुरु नानक, महात्मा गांधी, बहुत सारे लोगों ने इस विचारधारा को अपनाया और फैलाया. उनके (भाजपा) भी आदर्श हैं, हमारे भी आदर्श हैं. उनके आदर्श सावरकर, हमारे आदर्श महात्मा गांधी हैं.