चंडीगढ़ : कांग्रेस की पंजाब इकाई में चल रही कलह को दूर करने के मकसद से गठित तीन सदस्यीय समिति अगले सप्ताह से पार्टी के विधायकों और नेताओं से मुलाकात करने का सिलसिला शुरू करेगी.
समिति सबसे पहले 31 मई को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ से मुलाकात करेगी.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चल रहे वाकयुद्ध के बीच पार्टी की राज्य इकाई के नेताओं के मतभेद को दूर करने के लिए शुक्रवार को तीन सदस्यीय समिति का गठन किया.
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इस समिति का प्रमुख बनाया गया है. कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल इस समिति में शामिल हैं.
सूत्रों ने बताया कि इस समिति ने शनिवार को दिल्ली में पहली बैठक की और यह फैसला किया कि अगले सप्ताह से कांग्रेस विधायकों एवं नेताओं से मुलाकात की जाएगी.
रावत ने कहा, हम विधायकों, मंत्रियों, सांसदों और दूसरे नेताओं से अगले सप्ताह मुलाकात करेंगे. यह सबसे अलग-अलग मुलाकात होगी.
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बता दें कि 2017 में सरकार के गठन से पहले किए गए अपने वादों को पूरा नहीं करने के लिए असंतुष्ट विधायकों द्वारा कई गुप्त बैठकें की जा रही थीं और विधायक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
जानकारी के अनुसार, तीन सदस्यीय पैनल से मुलाकात करने के लिए सिद्धू मंगलवार को दिल्ली जाएंगे. वे हरीश रावत, मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य लोग के आगे अपना पक्ष रखेंगे.
वहीं, गुरुवार या शुक्रवार को मुख्यमंत्री कैपटन अमरिंदर सिंह दिल्ली पहुंचकर पैनल से मुलाकात करेंगे.
गौरतलब है कि हाल के कुछ हफ्तों में अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिली है. विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.