मदुरै : तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन पर खड़े रेलयात्री कोच में शनिवार तड़के आग लग गई, जिसमें रामेश्वरम जाने वाले कम से कम नौ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी. अब रेलवे ने इस घटना की जांच के आदेश दिये हैं. बेंगलुरु स्थित रेल संरक्षण भवन दक्षिणी सर्कल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी की ओर से जारी पत्र में यह जानकारी दी गई है.
पत्र में कहा गया है कि एएम चौधरी, रेलवे सुरक्षा आयुक्त, दक्षिणी सर्कल, बेंगलुरु, 26 अगस्त को सुबह लगभग 5.15 बजे मदुरै के रेलवे स्टेशन यार्ड में आईआरसीटीसी पर्यटक कोच (एनई रेलवे - एनई - सीएन 113210) में आग लगने की घटना की वैधानिक जांच करेंगे.
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An inquiry into the Madurai train coach fire incident will be held today under the Southern Circle Railway Safety Commissioner: B.Guganesan, Chief Public Relations Officer, Southern Railway pic.twitter.com/NOqJB7qp2X
— ANI (@ANI) August 27, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) August 27, 2023An inquiry into the Madurai train coach fire incident will be held today under the Southern Circle Railway Safety Commissioner: B.Guganesan, Chief Public Relations Officer, Southern Railway pic.twitter.com/NOqJB7qp2X
— ANI (@ANI) August 27, 2023
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि जांच आज सुबह 09.30 बजे से मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय परिसर, मदुरै में शुरू होगी. इस संबंध में पूछताछ के लिए संबंधित अधिकारियों और जिम्मेदार कर्मचारियों को डीआरएम के कॉन्फ्रेंस हॉल में बुलाया जायेगा. पत्र में यह भी कहा गया है कि कोई भी आम आदमी जिसे इस घटना के बारे में कोई जानकारी हो यह किसी के पास घटना से जुड़ा साक्ष्य हो तो वह डीआरएम के कॉन्फ्रेंस हॉल, मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय परिसर, मदुरै में आकर बता सकता है या रेलवे सुरक्षा आयुक्त को पत्र या ईमेल के माध्यम से भी जानकारी दे सकता है.
दूसरी ओर, दक्षिणी रेलवे, पुलिस और मदुरै जिला प्रशासन के अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि घटना में मारे गये नौ लोगों की पहचान करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. अधिकारियों ने बताया कि उन्हें एक से अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा. सबसे बड़ी बात यह थी कि सभी नौ शव इतने जले हुए थे कि उन्हें पहचाना नहीं जा सका. इसके अलावा, यहां अधिकारियों को जीवित बचे लोगों के साथ बातचीत करने में कठिनाई हुई क्योंकि भाषा एक बड़ी बाधा बनी हुई थी.
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हालांकि, कलेक्टर एमएस संगीता ने यह कार्य निगमायुक्त वीजे प्रवीण कुमार को सौंपा. प्रवीण कुमार को हिंदी आती थी. इसके साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री पलानीवेल थियागा राजन ने पीड़ितों को भोजन और कपड़े सहित सभी सहायता प्रदान करने में त्वरित कार्रवाई के लिए मदुरै की मेयर इंद्राणी पोनवसंत और निगम अधिकारियों की सराहना की. जीवित बचे लोगों की जांच के लिए स्टेशन पर एक चिकित्सा शिविर भी आयोजित किया गया था.