रायगंज (पश्चिम बंगाल) : रायगंज प्रखंड के बिंदोल क्षेत्र में शुक्रवार को महारानी विक्टोरिया के चित्र वाले प्राचीन सिक्के बरामद किए गए हैं. इसकी जानकारी मिलते ही लोग इसे देखने के लिए इकट्ठा हो गए. वहीं सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है. इस संबंध में स्थानीय लोगों की दावा है कि मिले सभी सिक्के चांदी के हैं. कुछ सिक्कों पर महारानी विक्टोरिया का चिन्ह भी मिला है.
सूत्रों के अनुसार रायगंज प्रखंड के बिंदोल क्षेत्र में पुल निर्माण कार्य चल रहा था. इसी को देखते हुए मजदूर पास के पालपारा क्षेत्र में मिट्टी की खुदाई कर रहे थे और निर्माणाधीन पुल के किनारे से मिट्टी ला रहे थे. वहीं मिट्टी से धूल न निकले इसके लिए कर्मचारियों ने धूल से बचने के लिए पंप से पानी का छिड़काव किया. इसी दौरान जमीन के नीचे से एक छोटा सा घड़ा बरामद हुआ. खुदाई के दौरान घड़े के टूट जाने से बहुत सारे सिक्के बिखर गए.
इस बीच मोहल्ले के बच्चों ने उन सिक्कों को एकत्र करना शुरू कर दिया. वहीं सिक्के मिलने की खबर मिलते ही लोगों की भीड़ वहां एकत्र हो गई. दूसरी तरफ सूचना मिलते ही भटोल चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची. फिलहाल प्रशासन और पुरातत्व विभाग मामले की जांच कर रहा है. साथ ही पुलिस ने भी घटना की जांच शुरू कर दी है. बताया जाता है कि करीब 200 साल पहले के इन सिक्कों पर महारानी विक्टोरिया का नाम और तस्वीर खुदी हुई है. इन सिक्कों की ढलाई 1862-1916 के दौरान की बताई गई है. इतिहास के मुताबिक महारानी विक्टोरिया 1837 में सत्तासीन थीं. इसी बीच उनके शासनकाल के दौरान 1857 के सिपाही विद्रोह की महत्वपूर्ण घटना हुई ती. वहीं ब्रिटिश सरकार ने भारत का नियंत्रण सीधे ईस्ट इंडिया कंपनी से ले लिया था. इसीक्रम में 1877 में रॉयल टाइटल एक्ट के जरिये महारानी विक्टोरिया को भारत की महारानी की उपाधि प्रदान की थी. साथ ही ब्रिटिश सरकार ने उनके शासनकाल के स्वर्ण युग के उपलक्ष्य में सिक्के जारी किए थे.
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