ETV Bharat / bharat

Ice cream New Flavour : बाजरे-दूध-शहद से बनी आइसक्रीम बढ़ाएगी पौष्टिकता

कोरोना महामारी के दौरान इन दोनों युवकों की नौकरी चली गई थी. दयालबाग शिक्षण संस्थान से फूड प्रोसेसिंग और डेयरी टेक्नोलॉजी में डिग्री प्राप्त दोनों युवकों की पढ़ाई के बाद आइसक्रीम की कंपनी में नौकरी मिल गई. इसके बाद दोनों भाइयों ने दिसंबर में आइसक्रीम का कारोबार शुरू किया, फिर दूसरी बार लॉकडाउन लग गया. इस पर भी दोनों ने हिम्मत नही हारी और कड़ी मेहनत के दम पर कारोबार को जारी रखा. Coarse grains icecream . millets icecream

Ice cream New Flavour
आइसक्रीम बढ़ाएगी पौष्टिकता
author img

By

Published : Mar 18, 2023, 11:55 AM IST

Updated : Mar 18, 2023, 12:37 PM IST

आगरा : सुपर फूड माने जाने वाले मोटे अनाजों की डिमांड अब बढ़ने लगी है. शहरी बच्चों के भोजन में इन्हे शामिल कर उनकी पौष्टिकता बढ़ाने के लिए तरह तरह के उत्पाद बनने लगे है. इसी क्रम में श्री अन्न योजना से प्रभावित होकर आगरा में दो युवकों ने बाजरे की आइसक्रीम तैयार की, जो लोगों को खूब पसंद आ रही है. आगरा के फतेहाबाद रोड स्थित गांव कुंडौल निवासी विवेक उपाध्याय और गगन उपाध्याय ने अपना स्टार्टअप शुरू किया. कोरोना महामारी के दौरान इन दोनों युवकों की नौकरी चली गई थी.

दयालबाग शिक्षण संस्थान से फूड प्रोसेसिंग और डेयरी टेक्नोलॉजी में डिग्री प्राप्त दोनों युवकों की पढ़ाई के बाद आइसक्रीम की कंपनी में नौकरी मिल गई. लेकिन सन 2020 में कोरोना महामारी के कारण विवेक और गगन की नौकरी चली गई. इसके बाद दोनों भाइयों ने दिसंबर में आइसक्रीम का कारोबार शुरू किया. कारोबार शुरू करने के कुछ दिन बाद ही फिर दूसरी बार लॉकडाउन लग गया. इस पर भी दोनों ने हिम्मत नही हारी और कड़ी मेहनत के दम पर कारोबार को जारी रखा. धीरे-धीरे उनकी आइसक्रीम का स्वाद लोगों पसंद आने लगा. दोनों के काम करने की प्लानिंग, मार्केट रिसर्च और सरकारी मदद से कारोबार चल निकला. अब इनकी आइसक्रीम कंपनी से 35 युवाओं को रोजगार भी मिला हैं.

International Year Of Millets 2023
अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023

कुल्फी को बच्चा, बूढ़ा कोई भी खा सकता है
विवेक ने बताया कि श्री अन्न को लेकर पीएम मोदी और सीएम योगी के आह्वान से प्रेरित होकर हमने आइसक्रीम और कुल्फी में मोटे अनाज (श्री अन्न) का उपयोग किया. आइसक्रीम के साथ बाजरे की कुल्फी भी बनाई. इस कुल्फी में बाजरे के साथ दूध और शहद मिलाया जाता है. बाजरे की कुल्फी लोगों को खूब पसंद आ रही है. विवेक ने कहा कि बाजरे की इस कुल्फी को बच्चा, बूढ़ा कोई भी खा सकता है. श्री अन्न से बनी यह कुल्फी स्वाद के साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद है. अभी बाजरे की कुल्फी प्रचार-प्रसार के लिए सिर्फ 10 रुपये की कीमत रखी गई है. इस गर्मी के मौसम में लोगों को कुल्फी में बाजरा के बाद अब रागी और जौ को लेकर काम कर रहे हैं.

International Year Of Millets 2023
अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023

विवेक और गगन ने बताया कि 15 लाख रुपये से आइसक्रीम कारोबार शुरू किया था, जिसका अब टर्नओवर 45 लाख रुपये पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि हम लोगों को श्री अन्न की आइसक्रीम और कुल्फी के स्वाद के साथ ही उसके फायदे भी लोगों को बता जागरूक करने का काम भी रहे हैं.

International Year Of Millets 2023
अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023

ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने साल 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर के रूप में मनाने की पहल की है. विश्व में मिलेट्स के कुल उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 41 प्रतिशत है. मोदी सरकार का लक्ष्य इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत तक लाना है. मिलेट्स उत्पादन के मामले में उत्तर प्रदेश भारत के अग्रणी राज्यों में शामिल है. Coarse grains icecream . millets icecream . International Year Of Millets 2023 .

(आईएएनएस)

International Year Of Millets : दुनिया को तरक्की-खुशहाली की राह दिखाएगी ये खरीफ फसल, फायदे भी एक से बढ़कर एक

ये भी पढ़े : Millets Year 2023: उत्तराखंड में 3 साल में मोटे अनाज का उत्पादन बढ़ा, बाजार में नहीं मिल रहा है मंडुवा

(This is an agency copy and has not been edited by ETV Bharat.)

आगरा : सुपर फूड माने जाने वाले मोटे अनाजों की डिमांड अब बढ़ने लगी है. शहरी बच्चों के भोजन में इन्हे शामिल कर उनकी पौष्टिकता बढ़ाने के लिए तरह तरह के उत्पाद बनने लगे है. इसी क्रम में श्री अन्न योजना से प्रभावित होकर आगरा में दो युवकों ने बाजरे की आइसक्रीम तैयार की, जो लोगों को खूब पसंद आ रही है. आगरा के फतेहाबाद रोड स्थित गांव कुंडौल निवासी विवेक उपाध्याय और गगन उपाध्याय ने अपना स्टार्टअप शुरू किया. कोरोना महामारी के दौरान इन दोनों युवकों की नौकरी चली गई थी.

दयालबाग शिक्षण संस्थान से फूड प्रोसेसिंग और डेयरी टेक्नोलॉजी में डिग्री प्राप्त दोनों युवकों की पढ़ाई के बाद आइसक्रीम की कंपनी में नौकरी मिल गई. लेकिन सन 2020 में कोरोना महामारी के कारण विवेक और गगन की नौकरी चली गई. इसके बाद दोनों भाइयों ने दिसंबर में आइसक्रीम का कारोबार शुरू किया. कारोबार शुरू करने के कुछ दिन बाद ही फिर दूसरी बार लॉकडाउन लग गया. इस पर भी दोनों ने हिम्मत नही हारी और कड़ी मेहनत के दम पर कारोबार को जारी रखा. धीरे-धीरे उनकी आइसक्रीम का स्वाद लोगों पसंद आने लगा. दोनों के काम करने की प्लानिंग, मार्केट रिसर्च और सरकारी मदद से कारोबार चल निकला. अब इनकी आइसक्रीम कंपनी से 35 युवाओं को रोजगार भी मिला हैं.

International Year Of Millets 2023
अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023

कुल्फी को बच्चा, बूढ़ा कोई भी खा सकता है
विवेक ने बताया कि श्री अन्न को लेकर पीएम मोदी और सीएम योगी के आह्वान से प्रेरित होकर हमने आइसक्रीम और कुल्फी में मोटे अनाज (श्री अन्न) का उपयोग किया. आइसक्रीम के साथ बाजरे की कुल्फी भी बनाई. इस कुल्फी में बाजरे के साथ दूध और शहद मिलाया जाता है. बाजरे की कुल्फी लोगों को खूब पसंद आ रही है. विवेक ने कहा कि बाजरे की इस कुल्फी को बच्चा, बूढ़ा कोई भी खा सकता है. श्री अन्न से बनी यह कुल्फी स्वाद के साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद है. अभी बाजरे की कुल्फी प्रचार-प्रसार के लिए सिर्फ 10 रुपये की कीमत रखी गई है. इस गर्मी के मौसम में लोगों को कुल्फी में बाजरा के बाद अब रागी और जौ को लेकर काम कर रहे हैं.

International Year Of Millets 2023
अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023

विवेक और गगन ने बताया कि 15 लाख रुपये से आइसक्रीम कारोबार शुरू किया था, जिसका अब टर्नओवर 45 लाख रुपये पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि हम लोगों को श्री अन्न की आइसक्रीम और कुल्फी के स्वाद के साथ ही उसके फायदे भी लोगों को बता जागरूक करने का काम भी रहे हैं.

International Year Of Millets 2023
अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023

ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने साल 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर के रूप में मनाने की पहल की है. विश्व में मिलेट्स के कुल उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 41 प्रतिशत है. मोदी सरकार का लक्ष्य इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत तक लाना है. मिलेट्स उत्पादन के मामले में उत्तर प्रदेश भारत के अग्रणी राज्यों में शामिल है. Coarse grains icecream . millets icecream . International Year Of Millets 2023 .

(आईएएनएस)

International Year Of Millets : दुनिया को तरक्की-खुशहाली की राह दिखाएगी ये खरीफ फसल, फायदे भी एक से बढ़कर एक

ये भी पढ़े : Millets Year 2023: उत्तराखंड में 3 साल में मोटे अनाज का उत्पादन बढ़ा, बाजार में नहीं मिल रहा है मंडुवा

(This is an agency copy and has not been edited by ETV Bharat.)

Last Updated : Mar 18, 2023, 12:37 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.