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बिजली संकट पर बोले केंद्रीय मंत्री, किसी भी प्लांट में कम नहीं होगी कोयले की सप्लाई

केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी आज झारखंड दौरे पर हैं. छत्तीसगढ़ से रांची पहुंचने के बाद वह एयरपोर्ट से सीधे पिपरवार ओपन कास्ट माइंस का निरीक्षण करने के लिए रवाना हो गए. देश में जारी बिजली संकट की खबरों के बीच उनका झारखंड दौरा काफी अहम माना जा रहा है.

केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी
केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी
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Published : Oct 14, 2021, 1:33 PM IST

Updated : Oct 14, 2021, 5:59 PM IST

रांची : देश में बिजली संकट की आशंका के बीच केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को झारखंड में पिपरवार ओपन कास्ट माइंस का निरीक्षण किया. उनके साथ कोल इंडिया के चेयरमैन, सीसीएल के सीएमडी समेत कोयला मंत्रालय के कई अधिकारी भी मौजूद थे.

माइंस के निरीक्षण के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोयले के संकट पर किसी को पैनिक होने की जरूरत नहीं है. कोयला मंत्री ने देश को आश्वस्त करते हुए कहा कि किसी भी थर्मल पावर स्टेशन में कोयले की कमी नहीं होने दी जाएगी.

केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी का बयान

केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पिपरवार में कहा कि इसके लिए पैनिक होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि करीब 22 प्रतिशत कोयले का आयात बंद होने और ज्यादा बारिश के कारण देश में उत्पादन प्रभावित हुआ है. लेकिन कल से ही दो मिलियन टन कोयले का उत्पादन होने लगा है.

कोयला मंत्री ने कहा, 'मुझे बयानबाजी में कोई इंटरेस्ट नहीं है. थर्मल पावर के लिए जो चाहिए उसके लिए हम सब मिलकर पूरा प्रयास कर रहे हैं. मैं भरोसा दिलाना चाहूंगा कि किसी भी पावर प्लांट में कोयले के सप्लाई प्रभावित नहीं होगी. इसके लिए पैनिक होने की जरूरत नहीं है.'

बेहद महत्वपूर्ण है कोयला मंत्री का बयान

बिजली संकट की संभावना के बीच केंद्रीय कोयला मंत्री का यह बयान बेहद महत्वपूर्ण है. दूसरी तरफ उनके झारखंड दौरे से साफ हो गया है कि बिजली संयंत्रों में कोयला स्टॉक कम हुआ है. उसकी भरपाई करने के लिए देश में मौजूद कोयला खदानों में उत्पादन बढ़ाया जा रहा है. यही वजह है कि छत्तीसगढ़ से रांची लैंड करते ही कोयला मंत्री सीधे पीपरवार ओपन कास्ट माइंस का निरीक्षण करने गए.

समीक्षा बैठक करेंगे कोयला मंत्री

ओपन कास्ट माइंस का निरीक्षण करने के बाद मिल रही जानकारी के मुताबिक केंद्रीय कोयला मंत्री दरभंगा हाउस स्थित सीसीएल के ऑफिस में समीक्षा बैठक भी करने वाले हैं. बैठक के बाद आज शाम को ही रांची से रवाना भी हो जाएंगे.

कोयले की कीमत में अप्रत्याशित वृद्धि

बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोयले की कीमत में अप्रत्याशित वृद्धि होने से आयात प्रभावित हुआ है, जिसका सीधा असर बिजली उत्पादन पर पड़ा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले दिनों सवाल उठाया था कि चंद दिनों में बिजली संयंत्रों का कोल स्टॉक खत्म हो जाएगा. इसकी वजह से ब्लैक आउट की नौबत आ सकती है. इसके बाद केंद्र सरकार हरकत में आई. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने खुद मोर्चा संभाला और भरोसा दिलाया कि किसी तरह का संकट पैदा नहीं होने दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- ETV भारत से बोले ऊर्जा मंत्री आरके सिंह- 'बिजली संकट की झूठी अफवाह फैला विपक्ष कर रहा राजनीति

रांची : देश में बिजली संकट की आशंका के बीच केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को झारखंड में पिपरवार ओपन कास्ट माइंस का निरीक्षण किया. उनके साथ कोल इंडिया के चेयरमैन, सीसीएल के सीएमडी समेत कोयला मंत्रालय के कई अधिकारी भी मौजूद थे.

माइंस के निरीक्षण के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोयले के संकट पर किसी को पैनिक होने की जरूरत नहीं है. कोयला मंत्री ने देश को आश्वस्त करते हुए कहा कि किसी भी थर्मल पावर स्टेशन में कोयले की कमी नहीं होने दी जाएगी.

केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी का बयान

केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पिपरवार में कहा कि इसके लिए पैनिक होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि करीब 22 प्रतिशत कोयले का आयात बंद होने और ज्यादा बारिश के कारण देश में उत्पादन प्रभावित हुआ है. लेकिन कल से ही दो मिलियन टन कोयले का उत्पादन होने लगा है.

कोयला मंत्री ने कहा, 'मुझे बयानबाजी में कोई इंटरेस्ट नहीं है. थर्मल पावर के लिए जो चाहिए उसके लिए हम सब मिलकर पूरा प्रयास कर रहे हैं. मैं भरोसा दिलाना चाहूंगा कि किसी भी पावर प्लांट में कोयले के सप्लाई प्रभावित नहीं होगी. इसके लिए पैनिक होने की जरूरत नहीं है.'

बेहद महत्वपूर्ण है कोयला मंत्री का बयान

बिजली संकट की संभावना के बीच केंद्रीय कोयला मंत्री का यह बयान बेहद महत्वपूर्ण है. दूसरी तरफ उनके झारखंड दौरे से साफ हो गया है कि बिजली संयंत्रों में कोयला स्टॉक कम हुआ है. उसकी भरपाई करने के लिए देश में मौजूद कोयला खदानों में उत्पादन बढ़ाया जा रहा है. यही वजह है कि छत्तीसगढ़ से रांची लैंड करते ही कोयला मंत्री सीधे पीपरवार ओपन कास्ट माइंस का निरीक्षण करने गए.

समीक्षा बैठक करेंगे कोयला मंत्री

ओपन कास्ट माइंस का निरीक्षण करने के बाद मिल रही जानकारी के मुताबिक केंद्रीय कोयला मंत्री दरभंगा हाउस स्थित सीसीएल के ऑफिस में समीक्षा बैठक भी करने वाले हैं. बैठक के बाद आज शाम को ही रांची से रवाना भी हो जाएंगे.

कोयले की कीमत में अप्रत्याशित वृद्धि

बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोयले की कीमत में अप्रत्याशित वृद्धि होने से आयात प्रभावित हुआ है, जिसका सीधा असर बिजली उत्पादन पर पड़ा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले दिनों सवाल उठाया था कि चंद दिनों में बिजली संयंत्रों का कोल स्टॉक खत्म हो जाएगा. इसकी वजह से ब्लैक आउट की नौबत आ सकती है. इसके बाद केंद्र सरकार हरकत में आई. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने खुद मोर्चा संभाला और भरोसा दिलाया कि किसी तरह का संकट पैदा नहीं होने दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- ETV भारत से बोले ऊर्जा मंत्री आरके सिंह- 'बिजली संकट की झूठी अफवाह फैला विपक्ष कर रहा राजनीति

Last Updated : Oct 14, 2021, 5:59 PM IST
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